Agar Malwa News: यह घटना मध्य प्रदेश के आगर- मालवा का है, जहाँ तिरुपति ट्रेडर्स नाम की एक फर्म में एक मजदूर हार्ट से मर गया लेकिन सामने कुर्सी पर बैठा उसका मालिक उसकी मदद करने नहीं आया और मोबाइल पर व्यस्त रहा. इस पूरी घटना का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद इस बात पर बहस छिड़ गई है कि मालिकान मजदूरों के प्रति इतने संवेदनहीन क्यों हो रहे हैं और मजदूरों को सुरक्षा क्यों नहीं मिलती है.
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मुफ़्लिसी की मौत भी अच्छी नहीं
:- रियाज़ ख़ैराबादी
नई दिल्ली: गरीबी इंसान को न इज्ज़त से जीने देती है, न मरने देती है. उसकी मौत भी तमाशा बन जाती है. जैसे; मध्य प्रदेश के आगर- मालवा के रफीक की मौत वायरल विडियो के जरिये तमाशा बन गई है. 5 मिनट का ये विडियो इस बात का सबूत है कि इंसान कितना बेहिस होता जा रहा है. एक मजदूर दर्द से तड़प कर मर जाता है, और सामने बैठा उसका मलिक पैसे गिनने, हिसाब-किताब करने और मोबाइल पर खुद को मसरूफ दिखाकर उस गरीब की ज़िन्दगी को नज़रंदाज़ कर देता है.
दरअसल, ये घटना मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के सुसनेर इलाके का है. यहाँ तिरुपति ट्रेडर्स नाम की एक फर्म में रफीक (45) नाम का एक मजदूर काम करता था. उसे अचानक सीने में दर्द, बेचैनी और घबराहट महसूस हुई. शायद ये हार्ट अटैक था. रफीक वहीँ कुर्सी पर लुढ़क गया और दर्द से कराहने लगा. वो हाथ जोड़कर, आंखों से, इशारों से सबसे मदद मांगता रहा, लेकिन सामने बैठा उसका मालिक कभी रफीक को देखता, तो कभी मोबाइल में खो जाता है. वो एक बार भी अपनी कुर्सी से नहीं उठा. न तड़पते हुए मजदूर को पानी पिलाया, न एम्बुलेंस बुलाई. आखिरकार, दूसरे मजदूरों ने हरकत में आकर रफीक को उठाया और अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने रफीक को मृत घोषित कर दिया. ये पूरी घटना पूरे 6 मिनट के विडियो में कैद हो गई है और अब वायरल हो रही है.
रफीक के घर में तीन बच्चे और उसकी बीवी है, जो शायद उस दिन रोटी का इंतज़ार कर रहे होंगे, लेकिन रोटी के बदले उनके सामने पहुंची होगी एक बाप और पति की लाश! अगर रफीक को वक़्त पर अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उसकी जान बच जाती, इस बात की भी कोई गारंटी नहीं थी, लेकिन इस बात का इत्मीनान होता कि उसकी जान बचाने की कोशिश की गई. लेकिन यहाँ ऐसा कुछ नहीं हुआ. एक मजदूर को उसके हाल पर मरने के लिए छोड़ दिया गया.
इस मामले में पुलिस ने फर्म के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने कहा है कि जांच के बाद दोषी मलिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. उधर रफीक के परिवार वालों ने एक मजदूर को जानबूझ मारने का इल्ज़ाम लगाकर इन्साफ की मांग की है.
सोशल मीडिया X (पूर्व ट्विटर) पर कल दिनभर #AgarMalwaNews ट्रेंड कर रहा था. लोग मालिक को "कातिल" बता रहे हैं और इंसानियत पर सवाल उठा रहे हैं. लोग इस बात पर भी चर्चा कर रहे हैं कि क्या ऐसी जगहों पर काम करने वाले लोगों को सीपीआर की ट्रेनिंग नहीं दी जानी चाहिए ? यहाँ पर इलाज का फर्स्ट ऐड किट नहीं रखा जाना चाहिए? मजदूरों का हेल्थ बीमा क्यों नहीं होना चाहिए ?
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