Court on Nagpur Violence: बीते माह नागपुर में हिंदूवादी संगठनों ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग करते हुए बवाल किया था. इसी दौरान पवित्र धार्मिक ग्रंथ की लिखी चादर जलाए जाने की अफवाह के बाद दो समुदाय आमने सामने आ गए. इस मामले में पुलिस ने 'माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी' के अध्यक्ष मोहम्मद हामिद मोहम्मद हनीफ को गिरफ्तार किया था.
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Nagpur Violence Update: महाराष्ट्र के नागपुर शहर में पिछले महीने हिंदूवादी संगठनों के जरिये मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर हिंसा भड़क गई थी. पिछले माह हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 'माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी' के अध्यक्ष मोहम्मद हामिद मोहम्मद हनीफ को सत्र अदालत ने सोमवार (21 अप्रैल) को जमानत दे दी.
नागपुर के कई हिस्सों में 17 मार्च को तब बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी हुई जब यह अफवाह फैल गई कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में प्रदर्शन के दौरान पवित्र पंक्तियां लिखी एक चादर को जलाया जा रहा है. हनीफ को 19 मार्च को नागपुर साइबर पुलिस ने दंगे भड़काने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश शेयर करने और अपलोड करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एम बी ओझा ने अपने आदेश में कहा कि मोहम्मद हामिद मोहम्मद हनीफ को 19 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और तब से वह जेल में हैं. अदालत ने कहा, "जमानत नियम है और जेल अपवाद है. आरोपी काफी समय से हिरासत में है और जांच पूरी हो चुकी है." 'माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी' के अध्यक्ष को जमानत देते हुए अदालत ने अहम टिप्पणी की.
अदालत ने कहा, "अगर आरोपी लंबे समय तक जेल में रहता है और उसे जमानत पर रिहा नहीं किया जाता है तो उसे और उसके परिवार को जीवन में मुश्किल उठानी पड़ेगी, जो उनके भविष्य के लिए अच्छा नहीं है." अदालत ने कहा कि मामले की सुनवाई भी जल्द पूरी नहीं होने वाली है और इसलिए आरोपी को जेल में रखने से कोई उद्देश्य पूरा नहीं होगा.
नागपुर के चिटनिस पार्क और महल इलाके में बीते माह 17 मार्च को हिंसा भड़क उठी, जब हिंदूवादी संगठन के प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाए जाने की अफवाह फैल गई. इस अफवाह के बाद दो समुदायों के बीच झड़प शुरू हो गई और देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए. पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमें चार लोग घायल हो गए. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया.
प्रदर्शन की शुरुआत बजरंग दल के सदस्यों ने महल इलाके में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास की थी. इसी दौरान अफवाह फैली कि पवित्र कुरान को जलाया गया है, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए. सोशल मीडिया पर तेजी से कई भ्रामक वीडियो वायरल हुए, जिससे भीड़ और भड़क गई.
चिटनिस पार्क और शुक्रवारी तालाओ रोड इलाके में सबसे अधिक हिंसा हुई. भीड़ ने कई चारपहिया वाहनों में आग लगा दी और घरों पर पथराव हुआ. भीड़ को तितर-बितर करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया और मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस ने इस हिंसा के मोहम्मद हामिद मोहम्मद हनीफ को जिम्मेदार मानते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया, तब से वे जेल में थे.