Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi on RSS: मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने RSS की स्थापना के सौ साल पूरे होने पर बड़ा दिया है. उन्होंने संघ को सामाजिक संगठन बताते हुए इसकी सराहना की. मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा मुसलमान वतन से मोहब्बत करते हैं, आरएसएस उन्हें दुश्मन न माने. साथ ही योगी सरकार से मुस्लिम त्योहारों पर भेदभाव खत्म करने की अपील की.
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Uttar Pradesh News Today: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. वहीं, अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना के 100 साल पूरे होने पर मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने संघ की सराहना की है. उन्होंने कहा कि RSS को एक सामाजिक संगठन के रूप में देखा जाना चाहिए, जो देशभक्ति और समाज सेवा की भावना को बढ़ावा देता है.
मीडिया से खास बातचीत में मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने कहा, "RSS की स्थापना को सौ साल पूरे हो गए हैं और यह शताब्दी पूरे देश में मनाई जा रही है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक कार्यक्रम में शामिल होकर RSS की तारीफ की." उन्होंने आगे कहा,"मैं व्यक्तिगत तौर पर मानता हूं कि हर भारतीय को समाज और राष्ट्र की सेवा करनी चाहिए. अपनी धरती से मोहब्बत करना सभी का फर्ज है."
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, "मुस्लिम भी अपने वतन से मोहब्बत करते हैं. हम RSS को दुश्मन नहीं मानते और चाहते हैं कि वे भी हमें दुश्मन न समझें. अगर हम साथ मिलकर काम करें तो देश में भाईचारा और मजबूत होगा." उन्होंने आगे कहा कि सामाजिक कामौं में हर वर्ग को बराबरी से हिस्सा लेना चाहिए. देश की एकता और आपसी भाईचारा तभी मजबूत होगा, जब हर समुदाय एक-दूसरे के साथ खड़ा होगा.
इस दौरान उन्होंने केरल सरकार के जरिये 'कोल्ड्रिफ' कफ सिरप पर लगाए गए प्रतिबंध के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी. मौलाना ने कहा कि दवा कंपनियां बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही हैं. भारत सरकार को तुरंत इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा, "खासकर गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों पर इन हानिकारक दवाओं का सीधा असर पड़ता है. सरकार का दायित्व है कि वह स्वास्थ्य मानकों का सख्ती से पालन कराए और ऐसी दवाओं को बाजार से हटाए जो सेहत के लिए खतरा साबित होती हैं."
उत्तर प्रदेश में इस्लामिक त्योहारों पर मुसलमानों पर पाबंदी और सख्ती जबकि बहुसंख्यक समुदाय के त्योहारों पर हर तरह मदद के आरोप लगते रहे हैं. इसको लेकर मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने तीखी योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सबके साथ एक समान व्यवहार की मांग की.
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि "भारत में सभी धर्मों के त्योहार हमारी तहजीब और संस्कृति का हिस्सा हैं. हिंदू हों या मुसलमान, सभी को एक-दूसरे के त्योहारों का सम्मान करना चाहिए." उन्होंने आगे कहा, "सरकार कई त्योहारों को समर्थन देती है, लेकिन मुस्लिम त्योहारों को आर्थिक सहायता नहीं मिलती. यह भेदभाव खत्म होना चाहिए. सभी धर्मों के पर्वों को समान नजर से देखा जाए, ताकि समाज में एकता और सद्भाव कायम रहे."
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