Rafiq Death Case Susner: आगर मालवा के सुसनेर में किराने की दुकान में रफीक की दर्दनाक मौत की वायरल वीडियो पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया. वहीं, अब आरोपी व्यापारी सालगराम राठौर ने अपनी बेशर्मी छिपाने के लिए सांप्रदायिक रंग देना शुरू कर दिया है. जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस को ज्ञापन सौंप पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की मांग की है.
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Agar Malwa News Today: मध्य प्रदेश के आगर मालवा के सुसनेर की एक वीडियो को देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए, जहां एक किराने की दुकान में रफीक नाम का शख्स दर्द से तड़पता रहा और सामने बैठ मालिक पैसे गिनने और मोबाइल देखने में मसरूफ रहा. वह रफीक की हालत देखकर भी नजरअंदाज करता रहा है. इस घटना की वीडियो सामने आने के बाद लोगों की भारी नाराजगी देखने को मिली.
इंसानियत को शर्मसार करने वाली आगर मालवा जिले के सुसनेर की इस घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है. बताया जा रहा है कि अपनी बेशर्मी छिपाने के लिए आरोपी दुकानदार धार्मिक रंग देने लगा है. सोमवार (13 अक्टूबर) को मुस्लिम समुदाय के साथ दूसरे समुदाय के शांति पसंद लोगों ने जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आरोपी व्यपारी के धार्मिक रंग देने की साजिश की कड़ी निंदा की है.
सुसनेर के काज़ी हाफ़िज नवाब खान ने तहसीलदार और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपते हुए व्यापारी सालगराम राठौर और उसके बेटे के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की. डेलिगेशन ने बताया कि आरोपी व्यापारी सालगराम राठौर के जरिये 'वर्ग विशेष' जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर समाज में भ्रम और तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है.
काज़ी हाफ़िज नवाब खान ने बताया कि हमने ज्ञापन सौंपकर प्रशासन से मांग की है कि रफीक के परिवार को इंसाफ दिया जाए. उन्होंने कहा कि आज हमलोगों ने हिंदू मुस्लिम को लेकर आवेदन नहीं दिया है. हम लोग हमेशा गंगा जमुनी तहजीब पर कायम रहे हैं और हमलोगों का हमेशा हिंदू भाइयों ने साथ दिया है.
आरोपी व्यापारी के आरोपों का जवाब देते हुए काजी हाफिज नवाब खान ने कहा, "सालगराम राठौर ने एक आवेदन देकर आरोप लगाया है कि यह मुसलमान वर्ग विशेष को टार्गेट कर हिंदू मुस्लिम करना चाहते हैं." सालगराम राठौर के आरोपों को नकारते हुए उन्होंने कहा कि सुसनेर में सालों से कोई हिंदू-मुस्लिम विवाद देखने को नहीं मिला. उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन से अपील की कि आरोपी सालगराम के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को न्याय देने का काम करें.
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