सीमा पर तनाव के बीच नेपाल क्यों पहुंचा पाक सांसदों का 11 सदस्यीय शिष्टमंडल; क्या घेराबंदी कर रहा पाकिस्तान?
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सीमा पर तनाव के बीच नेपाल क्यों पहुंचा पाक सांसदों का 11 सदस्यीय शिष्टमंडल; क्या घेराबंदी कर रहा पाकिस्तान?

Pakistan Delegation in Nepal: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. हालिया दिनों में भारत-पाकिस्तान में तनाव काफी बढ़ गया है. भारत सरकार के रवैये को देखकर पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल नेपाल पहुंचा है.  

 

नेपाली सांसद अमरेश कुमार सिंह- फाइल फोटो
नेपाली सांसद अमरेश कुमार सिंह- फाइल फोटो

Nepal News Today: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ गया. भारत सरकार की तैयारियों की सेना की मॉकड्रिल से पाकिस्तान सेना में बौखलहाट मची हुई है. दोनों देशों के बीच भारी तनाव के बीच नेपाली संसद के निर्दलीय सांसद अमरेश कुमार सिंह ने मंगलवार (6 मई) को दावा किया कि पाकिस्तानी सेना का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल इस समय नेपाल की राजधानी काठमांडू में मौजूद है.

मंगलवार को प्रतिनिधि सभा की बैठक को संबोधित करते हुए सांसद अमरेश कुमार ने कहा, "कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव है. कभी भी युद्ध छिड़ सकता है." उन्होंने आगे कहा, "ऐसे समय में नेपाल सरकार ने पाकिस्तानी सेना के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया है. नेपाल सरकार आखिर इसके जरिये क्या संदेश देना चाहती है?"

नेपाल सांसल ने उठाए सवाल

सांसद अमरेश कुमार सिंह ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के नेपाल आली फ्लाइट की डीटेल सहित कई चीजों का खुलासा किया है. उन्होंने कहा, "यह पाकिस्तानी सैन्य प्रतिनिधिमंडल कतर एयरवेज की फ्लाइट नंबर 646 से आया था. इसका अगुवाई मंसूर अंसारी कर रहे हैं."

पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के नेपाल आमद पर अमरेश कुमार सिंह ने सवाल खड़े करते हुए कहा, "क्या हम किसी एक पक्ष के साथ खड़े हो सकते हैं? मैं यह नहीं कह रहा कि पाकिस्तानियों को नहीं आना चाहिए, लेकिन यह समय उचित नहीं है, ऐसे में जब इस हमले में एक नेपाली नागरिक ने भी जान गंवाई है."

UNSC ने पूछे कड़े सवाल

नेपाली सेना की ओर से इस मुद्दे पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई हैं. इसी बीच पाकिस्तान को एक बड़ा झटका तब लगा जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्यों ने सोमवार को बंद दरवाजे के पीछे हुई अनौपचारिक बैठक में पाकिस्तान से कड़े सवाल पूछे.

हालांकि इस बैठक को लेकर बाद UNSC की ओर से कोई ऑफिशियल बयान नहीं जारी किया गया है. हालांकि यह बैठक पाकिस्तान की दरख्वास्त पर बुलाई गई थी. इस बार मई माह में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता ग्रीस के पास है.

मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, बैठक में UNSC ने पाकिस्तान के जरिये फैलाए गए "फॉल्स फ्लैग" (झूठे आरोप) के नैरेटिव को कुबूल नहीं किया. UNSC पूछा कि क्या इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है? पाकिस्तान से इस संगठन का गहरा ताल्लुक है, जो एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है. 

चेनाब में पानी का बहाव हुआ कम

पाकिस्तान के डॉन न्यूज ने दावा किया कि मराला हेडवर्क्स पर चेनाब नदी के पानी की रफ्तार बीते इतवार को 35 हजार क्यूसेक थी, जो सोमवार की सुबह घटकर लगभग 31 सौ क्यूसेक हो गई है. खेती के लिहाजा से चेनाब पाकिस्तान के लिए बहुत अहम है. इसकी वजह यह है कि यूसीसी और बीआरबी नहरों के जरिये पाकिस्तान के पंजाब में बहुत बड़े हिस्से पर सिंचाई की जाती है. 

दरअसल, पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से सिंधु जल समझौता खत्म कर दिया है. पानी की यह किल्लत इसी समझौते के खत्म होने के संभावित नतीजों में से एक माना जा रहा है. पाकिस्तान पानी का बहाव जारी रखने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है. 

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