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Santkabir Nagar: सरकार ने सील किया कुलियातुल बनारित मदरसा; संचालक पहले से पुलिस हिरासत में

Santkabir Nagar: उत्तर प्रदेश ATS ने दो दिन पहले जिस भारतीय मूल के जिस ब्रिटिश मौलाना शमशुल हुदा खान को संतकबीरनगर जिले में विदेशी फंड से मदरसा चलाने के लिए हिरासत में लिया था, मंगलवार को सरकार ने उसके मदरसे कुलियातुल बनारित रजविया को भी सील कर दिया है.

Santkabir Nagar: सरकार ने सील किया कुलियातुल बनारित मदरसा; संचालक पहले से पुलिस हिरासत में

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले में भारतीय मूल के ब्रिटिश मौलाना शमशुल हुदा खान की सरपरस्ती में चल रहे एक और मदरसे को प्रदेश सरकार ने सील कर दिया है.  इल्ज़ाम है कि यह मदरसा बिना इज़ाज़त के नए भवन में गैर-कानूनी तरीके से चलाया जा रहा था.

यह पूरा मामला जिले के खलीलाबाद के मोतीनगर इलाके के कुलियातुल बनारित रजविया मदरसे का है.

मंगलवार को यहाँ एसडीएम अरुण कुमार, सीओ अजय सिंह और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की मौजूदगी में प्रशासन ने मदरसे को सील करने की कार्रवाई की है. यह मदरसा पहले से ही सील किये गए परिसर के बगल में बने एक नए भवन में चलाया जा रहा था, जिसे 2018 में खरीदा गया था. इस मदरसे की मान्यता साल 2017 में एक दूसरी जमीन पर दी गई थी.  फरवरी 2024 में जिलाधिकारी न्यायालय ने मदरसे की उस ज़मीन को राज्य सरकार की सम्पति घोषित कर दिया था. इसके बावजूद प्रबंधन समिति ने मदरसे में  पढ़ाई जारी रखी थी.

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गौरतलब है कि एटीएस की जांच में मौलाना शमसुल हुदा पहले ही विदेशी फंडिंग के मामले में संदिग्ध पाए जा चुके हैं. एसटीएस की रिपोर्ट के बाद रजिस्ट्रार मदरसा शिक्षा परिषद के निर्देश पर दो दिन पहले ही मौलाना के खिलाफ जिला अल्पसंख्यक कल्याण अफसर ने मुकदमा दर्ज कराया है.

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मौलाना शमसुल हुदा आजमगढ़ के एक अनुदानित मदसरे मे शिक्षक था.  वह बिना सरकार की इज़ाज़त के साल 2007 से 2017 तक ब्रिटेन में रहा और इसी बीच उसने ब्रिटेन की नागरिकता भी ले ली. इस दौरान 2017 में शमशुल हुदा ने खलीलाबाद शहर के मोती नगर मुहल्ले में मदरसा कुल्लियातुल बनातिर रजविया का संचालन शुरू किया था.

ATS का इल्ज़ाम है कि मौलाना ने ब्रिटेन की नागरिकता लेने के बाद पाकिस्तान सहित कई मुल्कों इस्लामिक आयोजनों में शामिल होकर धार्मिक तक़रीर करते थे. मौलाना की गतिविधियों के सन्दिग्ध दिखने पर एसटीएस ने जांच की तो मदरसे के निर्माण के लिए विदेशी फंडिंग का भी मामला समाने आया है.

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