पाकिस्तानी जासूस शहजाद के मोबाइल में मिले खुफिया कोडवर्ड, ATS कर रही डिकोड
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पाकिस्तानी जासूस शहजाद के मोबाइल में मिले खुफिया कोडवर्ड, ATS कर रही डिकोड

Pakistan Spy in Rampur: हालिया दिनों रामपुर से गिरफ्तार पाकिस्तानी जासूस शहजाद वहाब को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए है. यूपी एटीएस की जांच में पता चला है कि शहजाद को गोपनीय जानकारी आएसआई को उपलब्ध कराने के बदले मोटी रकम मिलती थी. फिलहाल एजेंसिया शहजाद को लेकर अलग-अलग एंगल से जांच कर रही हैं.

 

फाइल फोटो
फाइल फोटो

Pakistan Spy Shehzad Wahab: हालिया दिनों सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में रामपुर से शहजाद नाम के व्यपारी को गिरफ्तार किया है. सुरक्षा एजेंसियों की जांच में शहजाद को लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इसी कड़ी में जांच में पाकिस्तानी जासूस शहजाद को लेकर एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. 

सुरक्षा एजेंसियों की जांच में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तानी हाई कमीशन में तैनात दानिश ने सहजाद को पाक का वीजा दिलवाया था. शहजाद कई बार अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान जा चुका है. इसी दौरान शहजाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के कांटेक्ट में आया. 

जासूसी के बदले मिलती थी मोटी रकम

आईएसआई के संपर्क में आने के बाद शहजाद भारत की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान को भेजने लगा, इसके बदले में उसको मोटी रकम मिलती थी. एटीएस अब शहजाद के बैंक खातों की डीटेल खंगाल रही है और उसके मोबाइल की भी जांच कर रही है. उसके मोबाइल फोन में कई ऐसे कोडवर्ड हैं, जिसको सुरक्षा एजेंसियां डिकोड करने की कोशिश कर रही हैं. 

एटीएस को यह भी जानकारी मिली है कि शहजाद के कई और दोस्त भी पाकिस्तान का दौरा कर चुके हैं. जल्द ही एटीएस और सुरक्षा एजेंसियां शहजाद के उन दोस्तों से भी पूछताछ कर सकती है.

कौन है शहजाद वहाब?

बता दें, उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने रविवार को रामपुर जिले के एक व्यापारी शहजाद वहाब को पाकिस्तान के लिए जासूसी और व्यापार की आड़ में सीमा पार तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था. शहजाद रामपुर जिले के टांडा कस्बे के मोहल्ला आजाद नगर, मकान संख्या 135 का रहने वाला है. शहजाद पिछले कुछ सालों में कई बार पाकिस्तान का सफ कर चुका है. 

एटीएस अधिकारियों के मुताबिक, वह अपनी इन यात्राओं के दौरान कॉस्मेटिक्स, मसाले, कपड़े और अन्य सामानों की अवैध रूप से सीमा पार से तस्करी करता था. ATS ने बताया कि शहजाद व्यापार के बहाने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से सीधे संपर्क में था और भारत की इंटरनल सिक्योरिटी से जुड़ी संवेदनशील जानकारी शेयर करता था. इसके अलावा वह भारत में ISI एजेंटों के लिए वित्तीय लेनदेन भी करता था और इससे से जुड़े लोगों तक पैसे पहुंचाने में मदद करता था.

भारतीय सिम कार्ड मुहैया कराए

शहजाद पर यह भी संदेह है कि उसने रामपुर समेत उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से युवकों की भर्ती कर उन्हें पाकिस्तान भेजा. शहजाद ने इन युवकों को तस्करी या रोजगार के बहाने पाकिस्तान भेजा, लेकिन इसके पीछ उसका असल मकसद आईएसआई की सरगर्मियों को समर्थन देना था. रिपोर्ट के मुताबिक, इन व्यक्तियों के लिए वीजा और यात्रा दस्तावेजों की व्यवस्था पाकिस्तानी हैंडलरों ने की थी.

ATS ने यह भी बताया कि शहजाद ने ISI एजेंटों को भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराए ताकि वे जासूसी गतिविधियों को अंजाम दे सकें. इस मामले में शहजाद वहाब के खिलाफ लखनऊ स्थित ATS थाना में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

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