Iran: 200 ft अंदर घुसकर फटता है अमेरिका का ये खास बम, इजराइल बना रहा बड़ा प्लान
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Iran: 200 ft अंदर घुसकर फटता है अमेरिका का ये खास बम, इजराइल बना रहा बड़ा प्लान

Israel-Iran News: इजराइल और ईरान के बीच जंग का माहौल है और इस बीच बंकर बस्टर बम का जिक्र हो रहा है. इस खास बम का इस्तेमाल इजराइल ईरान की पहाड़ों के नीचे बनी न्यूक्लियर साइट तो निशाना बनाने के लिए कर सकता है.

Iran: 200 ft अंदर घुसकर फटता है अमेरिका का ये खास बम, इजराइल बना रहा बड़ा प्लान

Israel-Iran News: अगर अमेरिका ईरान पर इज़रायल के हमले में सीधे तौर पर शामिल होने का फैसला करता है, तो वॉशिंगटन के पास एक विकल्प यह हो सकता है कि वह इज़रायल को बंकर-बस्टर बम दे, जिससे ईरान की फोर्डो परमाणु ईंधन इनरिचमेंट प्लांट को नुकसान पहुंचाया जा सके. यह प्लांट एक पहाड़ के अंदर गहराई में बनाया गया है.

क्या है इस बम में खास?

इस बम को केवल अमेरिकी विमान से ही गिराया जा सकता है. ऐसा करने के गंभीर नतीजे हो सकते हैं. जैसे कि ईरान और अमेरिका के बीच न्यू्क्लियर प्रोग्राम पर संभावित बातचीत की संभावनाएं पूरी तरह खत्म हो सकती हैंय

फोर्डो साइट पर हमले के और भी ऑप्शन हैं. जैसे कमांडो ग्राउंड ऑपरेशन. हालांकि ये काफी चैलेंजिंग साबित हो सकता है. क्योंकि ईरान अपनी मिलिट्री पवर में काफी मजबूत है. इसी लिए बंकर-बस्टर बम का इस्तेमाल सबसे संभावित रास्ता माना जा रहा है.

बंकर-बस्टर बम क्या है?

'बंकर-बस्टर' एक ऐसा बम होता है जो ज़मीन के अंदर बहुत गहराई तक घुसकर फटता है. इस मामले में बात हो रही है GBU-57 A/B Massive Ordnance Penetrator की, यह अमेरिका के पास सबसे ताकतवर बंकर-बस्टर बम है.

- वजन: लगभग 13,600 किलोग्रा
- गहराई: लगभग 200 फीट ज़मीन के नीचे तक घुस सकता है.
-  कई बम एक के बाद एक गिराकर और गहराई तक पहुंचा जा सकता है.
- ये बम परमाणु नहीं, बल्कि साधारण विस्फोटक (conventional) होता है

IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) का कहना है कि ईरान फोर्डो में ज्यादा स्तर पर यूरेनियम इनरिचमेंट कर रहा है. ऐसे में अगर बम गिरता है, तो वहां परमाणु पदार्थ बाहर निकलने का खतरा हो सकता है. हालांकि, नतांज साइट पर पहले हुए हमलों में रेडिएशन सिर्फ साइट तक ही सीमित रहा था.

फोर्डो कितना मुश्किल निशाना है?

फोर्डो ईरान की राजधानी तेहरान से 95 किलोमीटर दूर क़ोम शहर के पास है. यह न्यूक्लियर फैसिलिटी लगभग 80 मीटर चट्टान और मिट्टी के नीचे बनी हुई है. अगर इजराइल इस बम को गिराना चाहता है तो इसके लिए लिए अमेरिका का सीधे तौर पर साथ आना जरूरी है. क्योंकि इसे अमेरिकी एयरप्लेन से ही गिराया जा सकता है.

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