Israel attacks Syria: सीरिया में बशर अल असद को सत्ता से बेदखल कर दिया गया है. विद्रोही समूहों ने बशर अल असद की सरकार के नाक में दम कर दिया था. जिसके बाद वह देश छोड़कर रूस में पनाह लिए हुए हैं. अब वक्त की नज़ाकत को देखते हुए इजराइल सीरिया भीषण हमला कर रहा है. इससे पहले इजराइली सेना ने सीरिया के गोलान हाइट्स पर भी कब्ज़ा कर लिया था.


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वहीं, सीरिया में हमले की तस्दीक करते हुए इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने दावा किया है कि उसने सीरिया की हवाई सुरक्षा को बहुत नुकसान पहुंचाया है और उसकी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को नष्ट कर दिया है. आईडीएफ ने बताया कि वह सीरिया की स्थिति का मूल्यांकन कर रहा था, खासकर बशर अल-असद के सत्ता से हटने की संभावना को ध्यान में रखते हुए.


इजरायली फौज ने क्या कहा?
बयान में कहा गया है, "ऐसी स्थिति के लिए तैयार होने के लिए एयर फोर्स ने सीरिया की सैन्य ताकतों को नष्ट करने के लिए एक बड़े हमले की योजना बनाई है." पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों इजरायली लड़ाकू जेट और विमान ने मिलकर हमले शुरू किए हैं, जिनसे सीरिया के सबसे महत्वपूर्ण हथियारों, जैसे लड़ाकू जेट, हेलीकॉप्टर, मिसाइल, ड्रोन, रडार और रॉकेट को बड़ा नुकसान हुआ है.


हवाई अड्डो को बनाया निशाना 
हमलों में कई सीरियाई हवाई अड्डों को भी निशाना बनाया गया. उत्तरी दमिश्क के पास टी4 हवाई अड्डा को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे वहां तैनात एसयू-22 और एसयू-24 लड़ाकू विमान पूरी तरह नष्ट हो गए. "ब्ले" हवाई अड्डा, जहां तीन और लड़ाकू स्क्वाड्रन थे और पास में स्थित हथियारों के गोदाम भी इजरायली हमलों में प्रभावित हुए.


भीषण हवाई हमले से थर्राया सीरिया
आईडीएफ ने एक्स पोस्ट में कहा, "48 घंटों के भीतर आईडीएफ ने सीरिया में ज्यादातर रणनीतिक हथियारों के भंडार पर हमला किया, ताकि ये आतंकवादी समूहों के हाथों में न पड़ें." इसके अलावा, सीरिया के होम्स क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण विनिर्माण और भंडारण केंद्र को निशाना बनाया गया, जिसे सीरिया के स्कड मिसाइल कार्यक्रम का अहम हिस्सा माना जाता था. आईडीएफ के बयान में बताया गया कि इन अभियानों का उद्देश्य क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच सीरिया की उन्नत सैन्य ताकतों को कमजोर करना है.