पाकिस्तान की कंगाली पर लगा ब्रेक; कुवैत ने खोली किस्मत, 19 साल बाद हटाया वीजा बैन
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पाकिस्तान की कंगाली पर लगा ब्रेक; कुवैत ने खोली किस्मत, 19 साल बाद हटाया वीजा बैन

Kuwait Visa Ban on Pak: पाकिस्तान में इस समय भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम सीमा पर है. यही वजह है कि पाकिस्तानी नौजवान रोजगार की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. हालांकि, अब बेरोजगारी पर कुछ हद तक लगाम लगेगी. क्योंकि कुवैत ने पाक नागरिकों पर लगा सालों पुराना प्रतिबंध हटा दिया है. 

 

कुवैत के शासक शेख मिशाल अल-अहमद अल-जबर- फाइल फोटो
कुवैत के शासक शेख मिशाल अल-अहमद अल-जबर- फाइल फोटो

Kuwait Pakistan News Today: कुवैत ने पाकिस्तानी नागरिकों पर लगा 19 साल पुराना वीजा प्रतिबंध हटा दिया है. इससे बेरोजगारी और मंहगाई से जूझ रहे पाकिस्तानी नौजवानों के लिए रोजगार के नए मौके खुलें, विशेष रुप से हेल्थ सेक्ट, ऑयल इंडस्ट्री और स्किल्ड लेबर के क्षेत्र में बड़ी संख्या रोजगार के मौके पर मिलेंगे. खाड़ी देश कुवैत को इस समय स्किल्ड लेबर की सख्त जरुरत है. इस कमी को पूरा करने के लिए कुवैत अब पाकिस्तानी प्रोफेशनल की भर्ती कर रहा है. 

इसमें स्वास्थ्य सेवाओं की बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए नर्सों की शुरुआती बैच भी शामिल है. इसके तहत पहले बैच में कुल 12 पाकिस्तानी नर्सों की भर्ती की जाएगी. पाकिस्तान में इस समय बेरोजगारी चरम सीमा पर है. ऐसे में कुवैत के जरिये पाकिस्तानी नागरिकों पर से वीजा बैन हटाने से आर्थिक सहयोग और लेबर मूवमेंट को बढ़ावा मिलेगा.

कुवैत सरकार ने यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है. जिससे पाकिस्तानी नागरिक अब कुवैती के लिए लंबी अवधि का वीजा अप्लाई कर सकते हैं. इसके तहत वर्क वीजा, फैमिली ट्रिप, टूरिस्ट,कॉमर्शियल वीजा समेत कई कैटेगरी के वीजा शामिल हैं. ऐसे समय में जब पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था बेहाल है, उसके बैंक कंगाली के दहाने पर खड़े और विदेशों से कर्जे की राह देख रहे, उस समय कुवैत सरकार का यह कदम पाकिस्तानी नौजवानों के लिए संजीवनी का काम करेगा. 

हेल्थ सेक्टर और ऑयल इंडस्ट्री में हजारों पाकिस्तानी स्किल्ड लेबर के लिए अब कुवैत में नौकरी के नए दरवाजे खुल गए हैं. वीजा प्रतिबंध हटाना आर्थिक सहयोग की दिशा में एक रणनीतिक बदलाव का निशानी है. कुवैत जोरशोर से स्किल्ड लेबर की तलाश कर रहा है और पाकिस्तान अपने बड़े ट्रेंड कार्यबल के साथ इसका फायदा उठाने की तैयारी कर रहा है. कुवैती बाजारों तक पहुंच पाकिस्तानी बिजनेसमैन, उद्यमियों और निवेशकों के लिए भी मौके पैदा करेगी. 

पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्र भंडार बहुत कम रह गया है, हालिया दिनों में यह आंकड़ा 12.98 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है. शहबाज सरकार इसमें मामूली इजाफा होने का दावा कर रही है, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है. पाकिस्तान का प्रति व्यक्ति आय 137 डॉलर है. इस श्रम समझौते से पाकिस्तानी नागरिकों के दैनिक आय में सुधार होगा, साथ ही पाकिस्तानी भंडार में विदेशी मुद्रा भंडार में भी इजाफा होगा. 

कुवैत और पाकिस्तान के बीच नए श्रम समझौता (MoU) पर तेजी से काम चल रहा है. इसमें कुवैत में पाक नागरिकों के अधिकारों को नियंत्रित और सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी और यह श्रम के लिए माइग्रेट करने की प्रक्रिया को आसान बनाएगी. इसके बाद सभी वीजा आवेदन अब कुवैत के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से पूरा किया जा सकेगा. 

गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने कुवैत के इस फैसले का स्वागत किया है. कुवैत में पाकिस्तान के राजदूत डॉ. जफर इकबाल ने कहा, "यह पाकिस्तान-कुवैत संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. पाकिस्तानियों के लिए वीजा चैनलों को फिर से खोलने से न सिर्फ कुवैत की लेबर जरूरतों को पूरा किया जाएगा, बल्कि पाकिस्तान में हजारों परिवारों का भला होगा."

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