Egypt Peace Conference: गज़ा सीजफायर के बाद मिडिल ईस्ट में व्यापक शांति स्थापित करने के लिए मिस्र की राजधानी काहिरा में ऐतिहासिक शर्म-अल-शेख शांति शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस शांति सम्मेलन में भात को भी दावत दी गई है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Egypt Peace Conference: गज़ा सीजफायर का पहला चरण लागू होने के बाद मिस्र की राजधानी काहिरा में एक ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस सम्मेलन की अध्यक्षता मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप करेंगे. इस सम्मेलन में लगभग 20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों को दावत दी गई है. ध्यान देने वाली बात यह है कि इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दावत दी गई. लेकिन इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए PM मोदी की जगह विशेष दूत को भेजा गया है.
दरअसल, गज़ा और मिडिल ईस्ट में व्यापक शांति स्थापित करने के लिए होने वाले शिखर सम्मेलन में फ्रांस, इटली, ब्रिटेन, अमेरिका के साथ पाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष भी भाग लेंगे. साथ ही इस सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी शामिल होंगे. भारत की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी की जगह पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. कीर्ति विर्धन इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंच चुके हैं. उन्होंने इस बात की पुष्टि एक सोशल मीडिया पोस्ट में की.
मिस्र ने इस शिखर सम्मेलन को लेकर एक बयान जारी किया. इस बयान में कहा गया है कि शर्म-अल-शेख शांति शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप करेंगे. बयान में यह भी कहा गया है कि इस शिखर सम्मेलन का मकसद गज़ा और मिडिल ईस्ट में व्यापक शांति स्थापित करना है.
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा प्रस्तावित सीजफायर डील के तहत गज़ा में जंग को स्थायी तौर पर खत्म करने के लिए हमास और इजरायल के बीच समझौता हो गया है. इस समझौते के लिए मिस्र की राजधानी काहिरा में कतर, मिस्र और अमेरिका ने मध्यस्थता की. अब मिस्र की राजधानी काहिरा में शर्म-अल-शेख शिखर सम्मेलन किया जा रहा है, ताकि मिडिल ईस्ट में शांति स्थापित की जा सके.