Russia Iran Strategic Partnership: गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर है. इस बीच अमेरिका ने ईरान को हमले की धमकी दी है, जिसके बाद ईरान ने अपनी ताकत दिखाने के लिए रूस के साथ कई बड़े समझौते किए हैं. एक बार फिर रूस ने ईरान के साथ कई अहम रणनीतिक साझेदारी समझौते किए हैं. वहीं, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज यानी 22 अप्रैल को इसकी मंजूरी दे दी है. रूस की पार्लियामेंट ने इस समझौते को पूर्व में स्वीकृति दे दी थी. क्रेमलिन प्रेस सेवा ने यह जानकारी दी.
इसी साल जनवरी में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन की मॉस्को यात्रा के दौरान हस्ताक्षरित व्यापक रणनीतिक साझेदारी समझौता राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा और एकतरफा प्रतिबंधों के खिलाफ संयुक्त प्रतिरोध तक कई क्षेत्रों में मजबूत संबंध बनाने के लिए आपसी प्रतिबद्धता को औपचारिक रूप देता है. हालांकि, इसमें दोनों में किसी देश पर किसी तीसरे देश के आक्रमण के विरुद्ध संयुक्त कार्रवाई का प्रावधान नहीं है.
एक दूसरे का करते हैं सहयोग
गौरतलब है कि ईरान और रूस के बीच दोस्ती लगातार मजबूत हो रही है. दोनों देश यूरोपीय देशों और अमेरिका के खिलाफ एक जैसे हालात का सामना कर रहे हैं. अमेरिका ने रूस पर यूक्रेन युद्ध को लेकर और ईरान पर उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर कड़े बैन लगाए हैं. ऐसे में ईरान और रूस एक-दूसरे के और करीब आ गए हैं. रूस ने ईरान से ड्रोन लिए हैं, जिन्हें यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल किया गया है. वहीं, रूस ने ईरान को आधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम दिए हैं.
ईरान और इजरायल ने किया था एक दूसरे पर हमला
गाजा युद्ध के दौरान ईरान ने कई बार इजरायल पर हमले किए हैं. इस हमले की वजह से इजरायल को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं, इस हमले के बाद इजरायल ने भी पलटवार करते हुए ईरान पर हमले किए, लेकिन रूस के आधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम से ईरान ने इजरायली हमले को नाकाम करने में सफल हुआ था. इस घटना ने दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ा दिया है.