सूडान: RASF ने खार्तूम में किया भीषण हमला, 65 लोगों की मौत, कई घायल
Sudan Conflict: सूडान के खार्तूम अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के एक भीषण हमला किया है. इस हमले में 65 लोगों की मौत हो गई है. RASF ने यह हमला राजधानी खार्तूम के उत्तर में ओमडुरमैन में किया है.
Sudan Conflict: सूडान पिछले एक साल से विनाशकारी संघर्ष की चपेट में है. यहां अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स (आरएसएफ) और वहां की सेना आमने-सामने हैं. राजधानी खार्तूम में लगभग सभी जगहों पर लगातार झडपें जारी हैं. दोनों पक्षों के द्वारा राजधानी खार्तूम के अलग-अलग हिस्सों पर कंट्रोल स्थापित करने का दावा किया जा रहा है. इस संघर्ष में अब तक 27,120 नागरिकों के मरने की खबर है .
ताजा झड़पें खार्तूम के उत्तर में ओमडुरमैन शहर में हुई हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के एक हमले में कम से कम 65 नागरिक मारे जाने की पुष्टि हुई है.
खार्तूम राज्य के प्रेस दफ्तर ने एक बयान में कहा, "आतंकवादी मिलिशिया ने आज (मंगलवार) करारी इलाके में नागरिकों को निशाना बनाकर तोप से गोलाबारी की. उन्होंने अब तक सबसे बड़ा मानव नरसंहार किया है. इसमें 65 से ज्यादा लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए हैं."
मुसाफिरों को बनाया निशाना
सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, बयान में कहा गया कि, "खार्तूम राज्य के गवर्नर अहमद उस्मान हमजा ने उत्तरी ओमदुरमन में करारी इलाके के बस स्टेशन समेत लक्षित क्षेत्रों का दौरा किया, जहां एक मुसाफिरों के बस पर गोलाबारी में 22 लोग मारे गए. बयान के मुताबिक बाकी पीड़ित बस स्टेशन के पास एक बाजार और एक हेल्थ सेंटर को निशाना बनाकर की गई गोलाबारी में मारे गए."
गवर्नर ने की ये अपील
गवर्नर ने निहत्थे लोगों को निशाना बनाने के लिए RSF की निंदा करते हुए कहा, "इस हमले का मकसद नागरिकों को आतंकित करना और उन्हें डराना है ताकि वे सुरक्षित क्षेत्रों से बाहर निकल जाए." उन्होंने इंटरनेशनल कम्युनिटी और संगठनों से नागरिकों की सुरक्षा में अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की.
14 मिलियन हुए बेघर
वहीं, आरएसएफ ने अभी तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. सूडान अप्रैल 2023 से सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और आरएसएफ के बीच संघर्ष से जूझ रहा है. इंटरनेशनल संगठनों के अनुमान के मुताबिक, इस घातक संघर्ष में अब तक 27,120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 14 मिलियन से ज्यादा लोग बेघर हो गए.