Syria Violence: सीरिया में लगातार हिंसा जारी है और अलवी समुदाय के लोगों को मारा जा रहा है. अभी तक 1,383 सिविलियन्स की मौत हो चुकी है और हर रोज घरों और खेतों से लाशें मिल रही हैं.
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Syria Violence: सीरिया के समुद्री तट पर फैली हिंसा में कम से कम 1,383 आम नागरिकों की मौत हुई गई. मरने वालों में ज्यादातर अलवी समुदाय के लोग हैं. एक युद्ध निगरानी संस्था ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी है. जानकारों का कहना है कि सेना अलवी समुदाय के लोगों को घरों में घुसकर मार रही है.
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, इन नागरिकों की हत्या सुरक्षा बलों और उनके सहयोगी गुटों के जरिए की गई है. यह हिंसा पिछले हफ्ते उस इलाके में भड़क उठी थी, जहां पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद का अलवी समुदाय रहता था. ब्रिटेन स्थित इस संस्था ने कहा कि हिंसा अब थोड़ी शांत हुई है, लेकिन अब भी लाशें मिल रहे हैं, जिनमें से कई लाशें खेतों और कई घरों में पाई गई हैं.
ताजा मौतों की खबर लटाकिया, टार्टस और हमा से आई है. ऑब्जर्वेटरी ने सुरक्षा बलों और उनके सहयोगियों पर सीधे हत्याएं करने, लोगों को जबरन घर से निकालने और घर जलाने का आरोप लगाया है. हालांकि इसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है.
हिंसा गुरुवार को तब भड़की, जब असद के समर्थक बंदूकधारियों ने नए सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इन झड़पों में कम से कम 231 सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई, जबकि ऑब्जर्वेटरी का कहना है कि 250 असद समर्थक लड़ाके भी मारे गए. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा है कि यह हत्याएं धर्म के आधार पर की गई लगती हैं.
अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शराआ, जो कि बशर अल-असद को हटाने वाले सुन्नी इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के चीफ थे, उन्होंने नागरिकों के खून-खराबे में शामिल लोगों को सजा दिलाने और एक जांच समिति बनाने का वादा किया है. इसके साथ ही सरकार ने सोमवार को सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर आम लोगों को मारने का शक है.