उत्तर प्रदेश में रद्द हो सकती है 38 मदरसों की संबद्धता; कर रहे हैं मनमानी
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उत्तर प्रदेश में रद्द हो सकती है 38 मदरसों की संबद्धता; कर रहे हैं मनमानी

Uttar Pardesh: बाराबंकी प्रशासन के नोटिस देने के बावजूद भी 38 मदरसों ने स्टूडेंट की अपार आईडी नहीं बनवाई है. अगर अपार आईडी नहीं बनाई गई तो, मदरसों की मान्यता रद्द कर दी जाएगी. 

उत्तर प्रदेश में रद्द हो सकती है 38 मदरसों की संबद्धता; कर रहे हैं मनमानी

Uttar Pardesh: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी इलाके में 38 मदरसों की मान्यता रद्द की जा सकती है. दरअसल, ऐसा इसलिए किया जा सकता है क्योंकि प्रशासन से नोटिस मिलने के तीन महीने बाद भी अब तक मदरसों ने अपार आईडी जनरेट नहीं किया है. 

 
बाराबंकी प्रशासन ने "एक राष्ट और एक विघार्थी" की अवधारणा के तहत सभी को ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री यानी अपार आईडी बनवाने की हिदायत दी है. एक राष्ट्र और एक विघार्थी की अवधारणा के मुताबिक भारत सरकार ने प्री-प्राइमरी से लेकर इंटर तक के सभी विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाने का हुक्म दिया है. 

38 मदरसों की मान्यता रद्द की जा सकती है
बाराबंकी में जनवरी से ही अपार आईडी बनाने का काम चल रहा है, लेकिन चेतावनी के बाद भी 38 मदरसों ने अभी तक अपार आईडी बनना शुरू नहीं किया है. प्रशासन ने मदरसों के शासन के आला अफसरों, डीएम और संबंधित विभागों को लिखित और मौखिक आदेश भी ताक पर रख दिए हैं. 
अब मदरसों की इस लापरवाही पर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने आखिरी नोटिस जारी कर दिया है. अगर यह अभी भी अपार आईडी नहीं बनवाएगें तो इन मदरसों की मान्यता रद्द कर दी जाएगी. 

बाराबंकी के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया, "अपार आईडी शासन की पहली प्राथमिकता हैं. हर स्टूडेंट का शैक्षिक रिकार्ड होने पर ही शिक्षा व विकास की तमाम योजनाओं का काम होगा. लापरवाही करने वाले मदरसों पर कार्रवाई होनी तय है."

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