Hijab Controversy: कोच्चि के सेंट रीटा हाई स्कूल में हिजाब को लेकर उठा विवाद अब शांत होता दिख रहा है.पहले स्कूल प्रशासन ने छात्रा को हिजाब पहनने से रोका था, लेकिन शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी के हस्तक्षेप और आलोचना के बाद अब स्कूल ने हिजाब की इजाज़त दे दी है.
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Hijab Controversy: मुल्क भर में हिजाब को लेकर विवाद हर तरफ बढ़ता जा रहा है.खासकर ये हिजाब विवाद बीजेपी शासन वाले राज्य में देखने को मिलता है.कई साल पहले केरल में हिजाब का विवाद सामने आया था.जिसमें कोच्चि के पास पल्लूरुथी पर मौजूद सेंट रीटा हाई स्कूल की प्रिंसिपल ने लड़की को हिजाब पहनने से मना कर दिया था. हालांकि अब स्कूल की प्रिंसिपल ने हिजाब पहनने की इजाज़त दे दी है.और कहा कि तालीमी इदारा अब इसका खुले दिल के स्वागत करता है.
पिछले हफ्ते ये स्कूल विवाद के केंद्र में था, जब आठवीं कक्षा की एक छात्रा के पिता ने इस बात पर चिंता जताई थी, कि उनकी बेटी को हिजाब पहनने की इजाज़त नहीं दी गई.प्राइवेट स्कूल इन्तेज़ामिया के अहलकार ने कहा कि ये उनके कानून के खिलाफ है. ये मामला तब और गरमा गया था, जब स्टेट के एजुकेशन मिनिस्टर वी. शिवनकुट्टी ने डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर से रिपोर्ट पेश करने की मांग की..
छात्रा के पिता नियमों का पालन करने के लिए सहमत हो गए थे. लेकिन मंत्री के सख्त बयान के वजह से छात्रा वापस नहीं लौटी, ज़राए ने बताया कि लड़की के माता-पिता अपनी बेटी को वापस भेजने में रुचि नहीं हैं. शुक्रवार को राज्य के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने स्कूल प्रबंधन के ज़रिए हालात से निपटने के तरीके की कड़ी आलोचना की. और इस मामले को सियासतकारी बताया.
उन्होंने आगे उकसावे के खिलाफ वार्निंग देते हुए कहा, "सरकार पर जानबूझकर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. रियासत से इन्तेज़ामयिा को चुनौती देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उन्होंने आगे उकसावे के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाब देना ही होगा. शिवनकुट्टी के बयान के तुरंत बाद स्कूल की प्रधानाचार्या ने मीडिया को बताया कि वह उच्च न्यायालय और उनके कानूनी विशेषज्ञ को मदद के लिए धन्यवाद देना चाहती हैं.
प्रधानाचार्य ने कहा कि हम शिक्षा मंत्री का भी धन्यवाद करना चाहते हैं, हमारा मकसदअपने छात्रों को आगे बढ़ाना है, हम एर्नाकुलम के सांसद हिबी ईडन का भी शुक्रिया अदा करते हैं, जिन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप किया. और हमारे विधायक के. बाबू, शॉन जॉर्ज का भी, जो इस मुद्दे के सामने आने पर हमारे पास आए.
उन्होंने आगे कहा, "अगर छात्रा वापस आती है, तो हम सभी तहे दिल से उसका स्वागत करने के लिए तैयार हैं. और उम्मीद करते हैं कि सब कुछ अच्छा ही होगा. हम भारत और केरल की संस्कृति को बनाए रखने के लिए भारतीय शिक्षा पद्धति प्रदान करते हैं. सेलेबस के अलावा हम अपने स्टूडेंट्स को मानवीय मूल्य और इंसानियत की अहमियत भी सिखाते है, हम उन्हें पर्यावरण संरक्षण भी सिखाते हैं. प्रधानाचार्य ने कहा, कोर्ट के सामने कुछ मुद्दे हैं और इसलिए हम हमेशा कानूनी प्रणाली और सरकार का सम्मान करेंगे...