11वें दौर की मीटिंग के बाद बोले कृषि मंत्री- हम इससे बेहतर कुछ नहीं कर सकते
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11वें दौर की मीटिंग के बाद बोले कृषि मंत्री- हम इससे बेहतर कुछ नहीं कर सकते

कृषि मंत्री तोमर ने आगे कहा,"आप अगर किसी फैसले पर पहुंचते हैं तो हमें बताएं. फिर हम उस पर चर्चा करेंगे.' 

11वें दौर की मीटिंग के बाद बोले कृषि मंत्री- हम इससे बेहतर कुछ नहीं कर सकते

नई दिल्ली: मरकज़ी हुकूमत और किसान नेताओं के बीच 11वें दौर की मीटिंग खत्म हो गई है, यह मीटिंग पिछली 10 मीटिंगों की तरह बेनतीजा रही. मीटिंग के बाद सहाफियों से बातचीत करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा कि नए कृषि कानूनों में कोई कमी नहीं है. हमने किसानों के सम्मान में प्रस्ताव दिया था. वो अभी तक कोई निर्णय नहीं कर सके हैं. इनसे बेहतर हम कुछ नहीं दे सकते. 

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कृषि मंत्री तोमर ने आगे कहा,"आप अगर किसी फैसले पर पहुंचते हैं तो हमें बताएं. फिर हम उस पर चर्चा करेंगे.' हालांकि कृषि मंत्री ने ये भी कहा कि अगली बैठक की कोई तारीख तय नहीं है. वहीं मीटिंग के बाद किसान नेता ने कहा कि सरकार के ज़रिए जो प्रस्ताव दिया गया था वो हमने कुबूल नहीं किया. इसके अलावा सरकरा ने भी कृषि कानूनों को वापस लेने की बात नहीं कुबूल की है.

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किसान नेता ने तोड़ा गाड़ी शीशा
बता दें कि मीटिंग शुरू होने से पहले विज्ञान भवन के बाहर हंगामा भी देखने को मिला. एक किसान नेता हंगामा करते हुए अपनी ही गाड़ी के शीशे को डंडा मारकर तोड़ दिया था. मौके पर मौजूद ज़ी मीडिया का नुमाइंदे के मुताबिक विज्ञान भवन में दाखिले से पहले सिक्योरिटी के मकसद से चैकिंग होती है. इसी दौरान एक किसान नेता ने हंगामा कर दिया और फिर अपनी ही गाड़ी का शीशा डंडा मारकर तोड़ डाला.

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अपनी गाड़ी से आए विज्ञान भवन पहुंचे थे किसान
बता दें कि आज ही किसान नेता अपनी गाड़ी से विज्ञान भवन पहुंचे थे. इससे पहले तक किसानों के वफ्द (डेलिगेशन) को सकॉट कर ले जाया जाता था और वे सिंधू बॉर्डर से बस के ज़रिए विज्ञान भवन पहुंचते थे लेकिन इस बार किसान संगठन के नेता अपनी गाड़ी से पहुंचे थे. जिस वजह से उन्हें सिक्योरिटी चेकिंग के मरहले से गुज़रना पड़ा. कहा जा रहा है कि सिक्योरिटी चेकिंग से नेता नाराज़ हो गए थे और हंगामा करने लगे थे. 

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राकेश टिकैत ने किया बीच-बचाव
हांगामे के दौरान भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत की गाड़ी पीछे थी. जैसे ही उन्हें हंगामे की जानकारी मिली थो वो मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव कराया. 

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