Trump on Iran Israel War: ईरान पर इजरायली हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ईरान को खतरनाक हथियारों का डर दिखा रहे थे, और प्रमाणु डील करने के लिए दबाव बना रहे थे. लेकिन जंग के दूसरे दिन ही राष्ट्रपति ट्रम्प इजरायल और ईरान के बीच जंग रोक देने की बात कर रहे हैं. पूरी जानकारी के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Iran Israel War: इजरायल ने गुजिश्ता शुक्रवार 13 जून को ईरान पर खतरनाक हमला किया, जिसके कुछ समय बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के में ईरान को प्रमाणु डील के लिए दबाव बनाते हुए धमकी दे रहे थे. साथ ही ईरान के बड़े कमांड्रों की मौत का मजाक बना रहे थे. लेकिन जंग के तीसरे दिन ही ट्रम्प सीजफायर समझौते का राग अलापने लगे हैं. इस जंग को लेकर ट्रम्प की बदले बयान से लोग हैरान हैं.
ईरान-इजरयाल जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शांति की अपील की है. ट्रम्प ने रविवार (15 जून) को एक बयान जारी करते हुए कहा कि इजरायल और ईरान को समझौता कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि दोनों मुल्कों के बीच शांति जरूर होगी. उन्होंने युद्धविराम पर जोर दते हुए कहा कि मिडिल ईस्ट में अब और मौत या तबाही नहीं होनी चाहिए.
हमले का जिम्मेदार है अमेरिका- राष्ट्रपति पेजेश्कियान
वहीं, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान अपने मुल्क पर इजरायली हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने 15 जून यानी आज कैबिनेट मीटिंग में कहा कि बिना अमेरिकी समर्थन के इजरायल यह कदम उठा ही नहीं सकता.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने ईरान पर इजरायली हमले के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट किया, जिसमें ईरान को बार-बार मौका दिया गया लेकिन ईरान ने प्रमाणु डील नहीं किया. उन्होंने ईरान को धमकाते हुए कहा कि अमेरिका के पास दुनिया का सबसे खतरनाक हथियारों का जखिरा है, और उनमेंसे कुछ इजरायल के पास है. साथ ही उन्होंने ईरान के प्रमाणु वैज्ञानिकों की मौत का मजाक बनाते हुए कहा कि ईरान के कुछ अधिकारी अधिक शाहस के साथ बात कर रहे थे, लेकिन व आज मर चुकें है. ट्रम्प ने आखिर में ईरान को डराते हुए कहा कि अभी भी वक्त है, डील कर लो, वरना बहुत देर हो जाएगी.