आंध्र प्रदेश के नवगठित जिले कोनासीमा का नाम बदलकर बी आर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने के प्रस्ताव के खिलाफ मंगलवार को जमकर बवाल काटा गया.
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अमरावतीः कहते हैं कि नाम में क्या रखा है? लेकिन अगर बात यूपी, मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश की हो तो यहां नाम में बहुत कुछ रखा है. यूपी में कई जगहों के नाम सरकार ने बदल दिए हैं, मध्यप्रदेश में यह प्रक्रिया जारी है. वहीं आंध्रप्रदेश में एक जिले के नाम को लेकर लोगों ने भारी बवाल किया. आंध्र प्रदेश के नवगठित जिले कोनासीमा का नाम बदलकर बी आर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने के प्रस्ताव के खिलाफ मंगलवार को अमलापुरम नगर में जबर्दस्त विरोध-प्रदर्शन किया गया. उग्र भीड़ ने तब आगजनी शुरू कर दी जब पुलिस ने प्रस्ताव के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ लाठीचार्ज किया. इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और नाम बदलने के प्रस्ताव के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों ने राज्य के मंत्री पी विश्वरूपू और सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस के विधायक पी सतीश के मकान को आग लगा दी.
पथराव में करीब 20 पुलिसकर्मी घायल
सत्ताधारी दल ने जहां आगजनी के लिए नामालूम ताकतों को जिम्मेदार ठहराया, वहीं सभी विपक्षी दलों ने हालात को नियंत्रित करने में जगन मोहन रेड्डी सरकार पर ‘‘नाकामी’’ का इल्जाम लगाया. विपक्षी दलों ने लोगों से संयम बरतने और कोनासीमा में शांति बनाए रखने की अपील की. राज्य की गृह मंत्री टी वनिता ने कहा कि भीड़ द्वारा किए गए पथराव में करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि प्रदर्शनकारियों ने एक स्कूल बस को आग के हवाले कर दिया. अमलापुरम में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. वहीं स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेजे गए हैं.
#WATCH | MLA Ponnada Satish's house was set on fire by protestors in Konaseema district in Andhra Pradesh today, the protests were opposing the naming of the district as Dr BR Ambedkar Konaseema district pic.twitter.com/XzJskKqhz3
— ANI (@ANI) May 24, 2022
विधायक के घर में लगा दी आग
विधायक पी सतीश ने कहा कि यह बहुत ही भयावह बात थी जब 1,000-1,500 लोगों की भीड़ ने आकर हमारे घर को जला दिया. वे बोतलों में पेट्रोल लिये हुए थे, जो स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि उन्होंने यह सब जानबूझकर किया. हालांकि उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षित निकाल लिया गया. राज्य की गृह मंत्री वनिता ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि घटना में 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. हम घटना की गहन जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.’’ प्रमुख विपक्षी दल तेलुगु देशम पार्टी, भाजपा, जन सेना और कांग्रेस ने अमलापुरम स्थिति को नियंत्रित करने में सरकार की घोर विफलता पर निशाना साधा.
कोनासीमा जिले का बदला गया था नाम
उल्लेखनीय है कि चार अप्रैल को तत्कालीन पूर्वी गोदावरी जिले से अलग करके कोनासीमा जिले का गठन किया गया था. पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने कोनासीमा जिले का नाम बदलकर बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने की प्रारंभिक अधिसूचना जारी करके लोगों से आपत्ति आमंत्रित की थी. विश्वरूपु ने कहा कि नये जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव सभी राजनीतिक दलों द्वारा उठाई गई मांग पर आधारित था. इस पृष्ठभूमि में, कोनासीमा साधना समिति ने जिले के प्रस्तावित नामकरण पर आपत्ति जताई और चाहती थी कि कोनासीमा नाम को बरकरार रखा जाए.
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