Owaisi Birthday: क्रिकेटर-बैरिस्टर से MP तक और विवाद से मुखर आवाज तक, 53 साल के हुए असदुद्दीन ओवैसी
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Owaisi Birthday: क्रिकेटर-बैरिस्टर से MP तक और विवाद से मुखर आवाज तक, 53 साल के हुए असदुद्दीन ओवैसी

Asaduddin Owaisi Birthday: आज असदुद्दीन ओवैसी का जन्म दिन है. 13 मई 1969 में जन्मे असदुद्दीन ओवैसी को आज लगभग हर हिंदुस्तानी जानता है. पिता सलाहुद्दीन ओवैसी से सियासी गुण सीखने वाले ओवैसी हैदराबाद के उस्मानिया कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वाले ओवैसी क्रिकेट के भी बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं.

Owaisi Birthday: क्रिकेटर-बैरिस्टर से MP तक और विवाद से मुखर आवाज तक, 53 साल के हुए असदुद्दीन ओवैसी

Asaduddin Owaisi Birthday: असदुद्दीन ओवैसी एक ऐसा नाम जो संसद में अकेले सत्ता पक्ष को घेरे रखता है. अकेले विपक्ष का किरदार अदा कर रहे असदुद्दीन ओवैसी बेबाकी से अपनी बात कहने वाले नेताओं में शुमार किए जाते हैं. सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाले नेताओं की फिहरिस्त तैयार करें तो उसमें भी ओवैसी शायद पहले पायदान पर होंगे. उसकी वजह है उनके तीखे बयान, जिनकी वजह से कई बार उन्हें सख्त तंकीद का सामना करना पड़ता है. हालांकि ओवैसी लगभग अपने सभी बयानों के बचाव में मजबूत दलील और संविधान से जोड़कर बताते हैं.

आज असदुद्दीन ओवैसी का जन्म दिन है. 13 मई 1969 में जन्मे असदुद्दीन ओवैसी को आज लगभग हर हिंदुस्तानी जानता है. पिता सलाहुद्दीन ओवैसी से सियासी गुण सीखने वाले ओवैसी हैदराबाद के उस्मानिया कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वाले ओवैसी क्रिकेट के भी बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं. हालांकि बाद में उन्होंने खेल को छोड़कर लंदन में कानून की पढ़ाई करने का फैसला लिया. लंदन के लिंकन इन में पढ़ाई के दौरान उन्होंने इधर उधर काम करके अपना खर्च खुद उठाया. हालांकि ऐसा नहीं है कि ओवैसी का परिवार कमजोर था जो उनका खर्च नहीं उठा सकता था. बल्कि उन्होंने खुद अपना खर्च उठाने का फैसला लिया था. 

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लंदन से पढ़ाई करने के बाद लौटे तो उन्होंने वकालत में भी ज्यादा वक्त गुजारने का मौका नहीं मिला. जिसके बाद ओवैसी ने सियासत में कदम रखा और अपनी एक अलग पहचान बनाई. उन्होंने अपने पिता की सीट हैदराबाद से पहली बार साल 2004 में चुनाव लड़ा सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे. उनके परिवारिक जीवन की बात करें तो अपने बयानों से लोगों की बोलती बंद कर देने वाले की शादी फरहीन नाम की खातून से हुई है. ओवैसी के 6 बच्चे हैं. जिनमें एक बेटा और 5 बेटियां शामिल हैं.

बात अगर AIMIM की करें तो इस पार्टी की स्थापना आजादी से भी पहले साल 1927 में हुई थी. इस पार्टी को अक्सर दो हिस्सों में बांटा जाता है. 1928 से लेकर 1948 तक यह पार्टी हैदराबाद को एक अलग मुस्लिम राज्य बनाए रखने की वकालत करता थी जोकि उस वक्त की भारतीय सरकार के खिलाफ था. इसी वजह से साल 1948 में जब हैदराबाद को हिंदुस्तान में शामिल कर लिया था तो भारत सरकार ने पाबंदी लगा दी थी. इस दौरान पार्टी के अध्यक्ष कासिम राजवी को गिरफ्तार भी किया गया था. क्योंकि वो हैदराबाद को अलग मुस्लिम रियासत बनाने की मांग कर रहे थे. 

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पार्टी के दूसरे हिस्से का आगाज होता है साल 1957 में जब पार्टी के नाम में ऑल इंडिया जोड़ा और अपने संविधान में तब्दीली की थी. लेकिन जब हैदराबाद को अलग रियासत का दर्जा नहीं मिला तो रिजवी बाद में पाकिस्तान चले गए थे और पार्टी की जिम्मेदारी मशहूर वकील अब्दुल वहीद ओवैसी को सौंप गए थे. तभी से इस पार्टी की बागडोर ओवैसी परिवार के हाथ में है. अब्दुल वहीद ओवैसी असदुद्दीन ओवैसी के दादा थे. जिनके बाद ओवैसी के पिता सलाहुद्दीन ओवैसी भी इस पार्टी के अध्यक्ष रहे.  AIMIM ने अपनी पहली जीत साल 1960 में दर्ज की थी. पहली जीत हासिल करने वाले ओवैसी के पिता सलाहुद्दीन ओवैसी थे, वो नगर पालिका के लिए चुने गए थे.

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