असदुद्दीन औवैसी का बयान मुस्लिमों को ना बनाए बलि का बकरा
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असदुद्दीन औवैसी का बयान मुस्लिमों को ना बनाए बलि का बकरा

AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने लॉकडाउन को लेकर मरकज़ी हुकूमत पर साधा निशाना कहा, लॉकडाउन की लीगल हैसियत क्या है..?  

 

असदुद्दीन औवैसी का बयान मुस्लिमों को ना बनाए बलि का बकरा

नई दिल्ली: सारी दुनिया कोरोना से हाहाकार कर रही है. वुहान से निकले इस वायरस ने दुनिया के कई मुल्कों में अपने पैर जमा लिए हैं. हिंदुस्तान में भी कोरोना वायरस का कहर जारी है. जिसको लेकर मुल्क में लॉकडाउन है लेकिन सियासत जारी है. AIMIM सद्र असदुद्दीन ओवैसी ने लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि लॉकडाउन की लीगल हैसियत क्या है..?

ओवैसी ने कहा कि आप जानते हैं कि ढाल का काम क्या होता है. इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन उसका लफ्ज होता है. इंसान नाजुक रिश्तों को भी खराब कर रहा है. उन्होंने कहा कि वज़ीरे आज़म मोदी ने बिना किसी तैयारी के लॉकडाउन लागू किया.

असदुद्दीन ओवैसी रमज़ान के मौके पर मुस्लिम कम्युनिटी से अपील करते हुए कहा कि  घर में नमाज पढ़ें. मस्जिदों में, मोहल्ले में 15-20 लोग जमा होकर नमाज अता मत कीजिए. वायरस फैल रहा है, आपसे गुजारिश है कि आप इन चीजों पर अमल कीजिए. एक-एक लम्हे की अहमियत को समझिए. 

ओवैसी ने मरकज़ी हुकूमत पर निशाना साधते हुए कहा कि आपके और आरबीआई के प्लान जमीन पर नहीं दिखते. मजदूरों को मदद मिलती तो वे सड़कों पर नहीं होते.
यूपी, बिहार, झारखंड अपने-अपने घरों को छोड़कर मजदूरी कर रहे हैं. लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी के फैसले पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि वज़ीरे आज़म फौरन उठे और ऐलान कर दिया.ये भी नहीं सोचा कि लेबर कैसे लौटेंगे. मजदूरों की बड़ी तादाद परेशान है.

उन्होंने कहा कि एक 12 साल की लड़की थी. छत्तीसगढ़ जाना चाहती थी. 50 किमी दूर अपने गांव से पहले मर गई. मुकेश मंडल, सरस्वती कुंज गुरुग्राम में थे. 2500 रुपए में अपना सेल फोन बेचा. पंखा खरीदा और उसके बाद खुदकुशी कर ली. लोग घुट-घुटकर मर रहे हैं.ओवैसी ने कहा कि एयर कंडीशन नहीं चलता है तो हम आसमान सिर पर उठा लेते हैं. 6x6 के कमरों में कितने लोग रहते हैं?  

मुंबई में माइग्रेंट्स लेबर के पास राशन कार्ड नहीं हैं और ना राशन है. FCI के गोदाम में चावल हैं, वो सेनिटाइजर के लिए इस्तेमाल होंगे.लोग पैदल चल रहे हैं, अजीब मामला है. गरीबों की तरफ कब रुख करेगी ये हुकूमत.ओवैसी ने कहा कि आपने पैकेज का ऐलान किया. आप रियासत को दीजिए, जहां माइग्रेंट्स लेबर हैं वहां दीजिए. क्यों नहीं बिहार, झारखंड, हैदराबाद के लेबरों को भिजवा सकते हैं? कितने फोन आते हैं मेरे पास कि हमको हमारे गांव में भेज दीजिए. बनारस के डीएम चिट्ठी जारी करते हैं कि तेलंगाना भिजवाते हैं. 

ओवैसी ने मरकज़ी हुकूमत को प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेन चलाने का मश्वरा दिया. उन्होंने कहा कि 30 हजार करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट रोक दिए जाएं.वो पैसे इस्तेमाल कीजिए. जब एमपी फंड को खत्म किया जा सकता है तो ये क्यों नहीं.  उन्होंने कहा कि मुल्क में गोडसे और बैरूनेमुल्क में गांधी नहीं चल सकता. ओवैसी ने मरकजी हुकूमत से सवाल करते हुए कहा कि आपकी हुकूमत गरीबों की मदद क्यों नहीं कर रही है. हमारे सीएम ने आपको ख़त लिखा. मजदूरी बढ़ाएं. क्यों नहीं आप आप रियासत के सीएम को क्रॉप रीस्टोर कर रहे हैं. . 

ओवैसी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि आपकी पार्टी मुझसे नफरत करती है. क्या-क्या कहती है मुझे इसकी परवाह नहीं है. मुस्लिमों के लिए नफरत का माहौल खड़ा कर दिया है. वायरस का कोई मजहब नहीं होता, आपने ही बोला था, तबलीगी जमात तालिबानी है. आपके ही वज़ीर ने कहा. रोज फिगर आते हैं तो सोर्स बताते हैं. ये कांट्रडिक्शन क्यों? जब तक वायरस खत्म नहीं हो जाता, तब तक आप अपने वायरस को तो रोक सकते हैं. मैं तो उन सभी लोगों को बोलूंगा जो मुल्क को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. 

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