Assam News: असम में विपक्षी दलों, कांग्रेस और AIUDF के विधायकों ने सोमवार को गुवाहाटी में विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. इस बीच असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने कांग्रेस विधायक नूरुल हुदा पर विधानसभा के उपाध्यक्ष नुमल मोमिन पर हमला करने का आरोप लगाया.
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Assam News: असम में विधानसभा में बड़ा हंगामा हुआ. कांग्रेस और AIUDF ने बीजेपी विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने कांग्रेस विधायक नूरुल हुदा पर विधानसभा के उपाध्यक्ष नुमल मोमिन पर हमला करने का आरोप लगाया. पीयूष हजारिका ने कहा कि नुमल मोमिन पर हमला करना विधानसभा और संविधान का अपमान है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह निंदनीय कृत्य है और पूरी तरह अस्वीकार्य है.
उन्होंने आगे कहा, 'असम विधानसभा लोकतंत्र का एक पवित्र स्थान है, जहां इस तरह का असंवैधानिक व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है. इस तरह की हरकतें असम और भारत के सच्चे मूल्यों के खिलाफ हैं. शर्म की बात है!"
क्या है पूरा मामला
इससे पहले, असम में विपक्षी दलों, कांग्रेस और AIUDF के विधायकों ने सोमवार को गुवाहाटी में विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. वे 21 मार्च को सदन में गरमागरम बहस के दौरान राज्य विधानसभा के अंदर विपक्षी विधायकों पर हमला करने और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के कथित प्रयास के लिए भाजपा विधायक रूपज्योति कुर्मी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. विपक्षी विधायकों ने असम विधानसभा के अध्यक्ष की भूमिका की भी आलोचना की और अध्यक्ष से भाजपा विधायक रूपज्योति कुर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
असम विधानसभा के LoP ने क्या कहा?
असम विधानसभा के LoP देबब्रत सैकिया ने कहा, "यह विरोध असम विधानसभा में शुक्रवार की घटना के खिलाफ है जब सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक रूपज्योति कुर्मी विपक्षी विधायकों पर हमला करने के लिए दौड़े. यह असम में एक अभूतपूर्व घटना है और उन्होंने विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. रूपज्योति ने यह भी कहा कि अगर कोई उनके भाषण को बाधित करता है तो वह दस गुना अधिक आक्रामक होंगे. भाषण में रुकावट आना सामान्य बात है लेकिन किसी पर हमला करने की कोशिश करना पहली बार हुआ है. हम विरोध कर रहे हैं और विधायक रूपज्योति कुर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
कांग्रेस विधायकों ने किया प्रोटेस्ट
वहीं, कांग्रेस विधायकों ने काले कपड़े पहनकर विरोध किया, जबकि AIUDF के विधायकों ने बांस के ढांचे के साथ प्रदर्शन किया. उन्होंने इन्हें सदन के अंदर लाने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया. हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी.