कोरोना है जारी, लेकिन असम में आधर कार्ड भी तो है जिम्मेदारी
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कोरोना है जारी, लेकिन असम में आधर कार्ड भी तो है जिम्मेदारी

जनूबी सलमारा के फकीर गंज में भी चार गांव की पंचायतों के बीच एक ही आधार सेंटर बना है. और गांव वालों ने आधार कार्ड बनवाने के लिए किसी भी तरह की कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं किया है. 

कोरोना है जारी, लेकिन असम में आधर कार्ड भी तो है जिम्मेदारी

शरीफुद्दीन अहमद/मानकासरः असम के मानकासर में गांव वालों को कोरोना के बावजूद आधार कार्ड बनाने के लिए कानून की खिलाफवर्ज़ी करनी पड़ रही है. जिले के मुस्लिम इलाके जनूबी (दक्षिण) खाल मारा में आधार कार्ड सेंटर में गांव वाले सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे है. दरअसल, यहां ज्यादातर इलाकों में चार-पांच गांव की पंचायतों के बीच एक ही आधार सेंटर है.

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आधार केंद्र नहीं होना है परेशानी
दरअसल, जनूबी सलमारा के फकीर गंज में भी चार गांव की पंचायतों के बीच एक ही आधार सेंटर बना है. और गांव वालों ने आधार कार्ड बनवाने के लिए किसी भी तरह की कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं किया है. गांव वालों की लापरवाही से कोरोना संक्रमण के बढ़ने का डर बना हुआ है. जिसके लिए प्रशासन कोई एक्शन नहीं ले रहा है. 

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लोकल अख़बार ने उठाई आवाज
इस वारदात पर असम के लोकल अख़बार ने आवाज उठाई है कि हुकूमत यहां जल्द से जल्द से हर एक पंचायत में एक आधार सेंटर कायम करें. मुल्क में कोविड-19 की बीमारी बहुत खतरनाक शक्ल ले रही है. इसलिए अगर सरकार कदम उठाती है तो लोगों की भीड़ भी कम होगी और किसी को परेशानी भी नहीं होगी.

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