Budget 2022: साल 1955 तक बजट सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही पेश किया जाता था लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसे अंग्रेजी और हिंदी दोनों में ही पेश करना शुरू कर दिया था
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नई दिल्ली: आज से बजट सेशन का आगाज़ हो चुका है और 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा. इस मौके पर हम आपको पहले बजट से लेकर अब तक के बजट से जुड़ी कुछ खास और दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं. इसे केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. भारत में बजट का इतिहास काफी दिलचस्प और रोचक है. देश में कई ऐतिहासिक बजट पेश हुए हैं. भारत के लिए बजट पेश करने की परंपरा ब्रिटिश काल में 1860 में शुरू हुई थी.
➤ सबसे पहले तो यह बता दें कि भारत में पहली बार बजट (First Budget of India) 7 अप्रैल, 1860 को पेश किया गया था. ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े स्कॉटिश अर्थशास्त्री एवं नेता जेम्स विल्सन ने ब्रिटिश साम्राज्ञी के समक्ष भारत का बजट रखा था.
➤ वहीं अगर आज़ाद भारत के पहले बजट की बात करें तो 26 नवंबर 1947 को पेश किया गा था. इस बजट में 15 अगस्त से लेकर अगले सात महीने यानी 31 मार्च 1948 तक की अवधि को कवर किया गया था. यह बजट उस समय के वित्त मंत्री आरके षणमुखाम शेट्टी ने पेश किया था. देश के पहले बजट में टैक्स का प्रस्ताव नहीं था
➤ साल 1955 तक बजट सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही पेश किया जाता था लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसे अंग्रेजी और हिंदी दोनों में ही पेश करना शुरू कर दिया था.
➤ इंदिरा गांधी ने 1970 में वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश किया था. वो पहली महिला थीं जिन्होंने देश का बजट पेश किया था. इसके बाद मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहीं निर्मला सीतारमण 2019 में बजट पेश करने वाली दूसरी महिला बनीं
➤ सबसे लंबे बजट भाषण की बात करें तो यह रिकॉर्ड निर्मला सीतारमण के नाम है. उन्होंने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए 2 घंटे 42 मिनट लंबा भाषण दिया था. वहीं सबसे छोटा भाषण 1977 में उस समय वित्त मंत्री हीरुभाई मुलजीभाई पटेल ने दिया था. उन्होंने सिर्फ 800 शब्दों वाला बजट भाषण दिया था.
➤ वर्ष 2017 तक रेल बजट एवं आम बजट अलग-अलग पेश किए जाते थे. लेकिन 2017 में रेल बजट को आम बजट में ही समाहित कर दिया गया और अब सिर्फ एक बजट ही पेश किया जाता है.
➤ देश के इतिहास में सबसे अधिक बार बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री मोरारजी देसाई हैं. मोरारजी देसाई 1959 में भारत के वित्त मंत्री बने थे. उन्होंने 10 बार बजट पेश किया. वहीं दूसरे नंबर पर पी चिदंबरम आते हैं. उन्होंने 8 बार बजट पेश किया है.
➤ पहले भारत में वित्तमंत्री बजट पेश करने के लिए लाल ब्रीफकेस लेकर आया करते थे, लेकिन 2019 में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इंडियन लुक देते हुए इसे कपड़े का बनवाया और इसे लेकर सदन में पहुंची. इसे खाता बही का नाम दिया गया.
➤ 1950 तक बजट का मुद्रण राष्ट्रपति भवन में होता था, लेकिन इसके लीक होने के बाद मुद्रण नई दिल्ली के मिंटो रोड स्थित प्रेस में होने लगा. फिर 1980 में वित्त मंत्रालय के भीतर ही सरकारी प्रेस में इसका मुद्रण होता है.
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