इन मुकदमों में एमपी और ट्रस्ट के ताहयात सद्र (आजीवन अध्यक्ष) आज़म खान का नाम शामिल था. अब पुलिस ने ट्रस्ट के दूसरे पांच ओहदेदारों और मेंबरों को नोटिस दिया है.
Trending Photos
रामपुर: पुलिस ने जौहर ट्रस्ट के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने का फैसला किया है. जौहर ट्रस्ट के जमीन खरीदी मामले में दर्ज मुकदमों में ट्रस्ट के सभी ओहदेदारों (पदाधिकारियों) और मेंबरों के खिलाफ मामला दर्ज हो सकता है. पुलिस ने इन सभी को तफतीश में तआवुन (सहयोग) करने के लिए नोटिस जारी किया है. जौहर यूनिवर्सिटी के ज़रिए खरीदी गई ज़मीन को लेकर अब तक करीब 28 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. इन मुकदमों की जांच पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम करेगी.
इन मुकदमों में एमपी और ट्रस्ट के ताहयात सद्र (आजीवन अध्यक्ष) आज़म खान का नाम शामिल था. अब पुलिस ने ट्रस्ट के दूसरे पांच ओहदेदारों और मेंबरों को नोटिस दिया है. जिसमें आज़म खां की बहन निकहत अफलाक, आजम के बड़े बेटे अदीब आजम, विधायक नसीर खां, डीसीबी के साबिक चेयरमैन सलीम कासिम और मुश्ताक अहमद सिद्दीकी शामिल हैं. पुलिस अब ट्रस्ट के दूसरे ओहदेदारों और मेंबरों के खिलाफ भी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है.
साल 2019 तक आज़म खान पर दर्ज मुकदमों की तादाद लगभग 76 हो चुकी है. मौलाना जौहर अली यूनिवर्सिटी के लिए आलियागंज के किसानों की जमीन कब्ज़ा करने के इल्ज़ामात में उनके खिलाफ लगभग 28 मामले दर्ज हैं. यतीमखाना में भैंस चोरी मामले में 9 मुकदमे, शत्रु संपत्ति के मामले में दो मुकदमे, किताबों की चोरी, शेर की मूर्ति चोरी, 2700 खैर के पेड़ों की चोरी, बेटे अब्दुल्ला आज़म के दो-दो बर्थ सर्टिफिकेट के इल्ज़ाम जैसे मामलों पर भी आज़म खान पर कई मुकदमे दर्ज हैं. इनमें से कई मामलों में उन्हें बरी भी किया जा चुका है. जबकि कुछ संगीन मुकदमों में वो सज़ा काट रहे हैं.
Zee Salaam LIVE TV