दरअसल, पुलिस ने हैदरपुरा मुठभेड़ में दो आतंकवादियों और दो आतंकी सहयोगियों को मार गिराने का दावा किया है.
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जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने हैदरपुरा मुठभेड़ की गुरुवार को न्यायिक जांच की मांग की है. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनके वक्त में भी कुछ बेगुनाह लोगों का कत्ल किया गया था जिन्हें आंतकवादी बताया गया था, लेकिन जांच में वो निर्दोष पाए गए और आज दोषी जेलों में हैं.
आजाद ने कठुआ में संवाददाताओं से कहा, ''मैं हैदरपुरा मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग करता हूं ताकि यह पता लगाया जा सके कि लोग कैसे और क्यों मारे गए. यह पुलिस का मामला है, न कि सेना का. उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश के अधीन जांच होनी चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि पुलिस की टीम खुद पुलिस पर लगे आरोपों की जांच कैसे कर सकती है.
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दरअसल, पुलिस ने हैदरपुरा मुठभेड़ में दो आतंकवादियों और दो आतंकी सहयोगियों को मार गिराने का दावा किया है. मुठभेड़ में मारे गए चार लोगों में से तीन के परिवारों के विरोध के बाद प्रशासन ने मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया.
वहीं, इंतज़ामिया ने मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी है. अधिकारी खुर्शीद अहमद शाह इस जांच टीम की कियादत कर रहे हैं. उन्होंने घटना के बारे में जनता से जानकारी मांगी है. इसके साथ ही श्रीनगर प्रशासन ने एनकाउंटर में मारे गए नागरिक मोहम्मद अल्ताफ भट और मुद्दसिर गुल के शवों को गुरुवार को कब्र से खोदकर बाहर निकाल लिया है, जिससे ये उनके परिवार को सौंपे जा सकें.
उन्होंने बताया कि सूर्यास्त के बाद उनकी लाशों को बाहर निकाला गया और रात में शवों को उनके परिवार को सौंपा जा सकता है. पिछले साल मार्च में कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से पहली बार है जब पुलिस की निगरानी में दफनाए गए शव को उनके परिजन को लौटाया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि हंदवाड़ा से लाशों को श्रीनगर लाया जा रहा है जिसके साथ पुलिस की टीम भी है. शुरू में उन लाशों को हंदवाड़ा में ही दफनाया गया था.
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गौरतलब है कि इससे पहले उपराज्यपाल सिन्हा ने हैदरपोरा मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे. सिन्हा ने ट्वीट किया, 'हैदरपोरा मुठभेड़ मामले में एडीएम पद के अधिकारी द्वारा मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं. जैसे ही समयबद्ध तरीके से रिपोर्ट सौंपी जाएगी तो सरकार मुनासिब कार्रवाई करेगी. जम्मू कश्मीर प्रशासन बेगुनाह नागरिकों की जान की हिफाज़त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है और वह .यकीनी बनाएगा कि कोई नाइंसाफी न हो.'
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