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SIR को लेकर मुस्लिम सांसद इमरान मसूद क्यों भड़के, जानें पूरा मामला

Imran Masood on SIR: कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने साफ कहा कि उनकी पार्टी SIR (सेलेक्टिव इनक्लूसिव रजिस्ट्रेशन) की मुखालिफत नहीं करती, बल्कि इसकी समय-निर्धारण और उपयोग पर सवाल उठाती है, उन्होंने कहा कि अगर SIR का इस्तेमाल गरीबों, दलितों और मुसलमानों के वोटों को लक्षित करने के लिए किया गया, तो उनका कड़ा विरोध होगा.

SIR को लेकर मुस्लिम सांसद इमरान मसूद क्यों भड़के, जानें पूरा मामला

Imran Masood on SIR: बिहार में SIR को लेकर विपक्षी पार्टियों के विरोध के बीच अब महाराष्ट्र में भी विपक्ष चुनाव आयोग से SIR की मांग कर रहा है. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि उन्होंने कभी SIR का विरोध नहीं किया, बल्कि इसकी समय-निर्धारण को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने साफ किया कि अगर SIR के ज़रिए से गरीबों, दलितों और मुसलमानों के वोटों को चुनिंदा रूप से प्रभावित किया गया, तो वे इसका कड़ी मुखालिफत करेंगे.

इमरान मसूद ने कहा कि वोट देना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है, जिसे कोई छीना नहीं सकता, वे SIR के विरोधी नहीं हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल जाति या धर्म के आधार पर चयनात्मक तरीके से नहीं होना चाहिए. अगर SIR के जरिए किसी खास कम्यूनिटी को निशाना बनाया गया, तो कांग्रेस पुरजोर मुखालिफत करेगी.

अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर उन्होंने कहा कि पूरा देश गुजरात से चल रहा है और सारे फैसले वहीं से लिए जा रहे हैं। राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का सारा खर्च भी गुजरात जाएगा.उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे आयोजन दिल्ली या दूसरे जगहों पर भी हो सकते हैं, लेकिन सरकार का फैसला आखिरी होगा.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर उन्होंने कहा कि ट्रंप कौन हैं, उनके कहने से क्या फर्क पड़ता है.भारत के फैसले आज़ाद होने चाहिए.

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर गैंगरेप मामले में राज्यपाल के ज़रिए राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपे जाने पर उन्होंने दोहरे मापदंड का आरोप लगाया. मसूद ने कहा कि बंगाल में राज्यपाल इतने सक्रिय क्यों हैं, जबकि भाजपा शासित राज्यों में ऐसी सक्रियता क्यों नहीं दिखाई देती. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी ऐसे मामले होते हैं, लेकिन वहां के राज्यपाल चुप रहते हैं. यह साफ तौर पर सियासी पक्षपात है.

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे पर इमरान मसूद ने कहा कि वे किसी दूसरे दल से हैं और चुनाव प्रचार के लिए गए हैं. उन्होंने कहा, "मैं इसके बारे में क्या कह सकता हूं? वे अपने दल का काम कर रहे हैं, और हम अपने दल का. अवाम का भरोसा हमेशा हमारे साथ है.

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