संभल: उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) जिले में आल इंडिया मजलिस—ए—इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से सांसद असदउद्दीन ओवैसी (Asauddin Owaisi) की जनसभा के लिए लगे पोस्टर में संभल को 'गाज़ियों की धरती'' बताये जाने पर विवाद खड़ा हो गया है.


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संभल जिले के सिरसी में बुधवार को होने वाली ओवैसी की जनसभा के लिये लगाये गए पोस्टरों में संभल को 'गाजियों की धरती' (इस्लाम के वीर योद्धाओं की धरती) लिखा गया है. इस पर विवाद खड़ा हो गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने AIMIM इन पोस्टरों पर सख्त ऐतराज जताया है, जिसके चलते वे पोस्टर हटा दिए गए हैं.


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भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकाई उपाध्यक्ष राजेश सिंघल ने इन पोस्टरों को लेकर कहा, 'संभल कभी गाजियों की धरती नहीं रहा. यह ओवैसी का चुनावी स्टंट है. हम उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे. हिन्दुस्तान का कोई भी शहर गाजियों का नहीं रहा है और ना ही हम होने देंगे.' उन्होंने आगे कहा 'संभल एक पौराणिक शहर है. पुराणों में संभल को लेकर कल्कि अवतार का जिक्र है लेकिन अगर कुरान में संभल को गाजियों की धरती बताया गया हो तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.'


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गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पहली बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने जा रही है. पार्टी ने राज्य की 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. इसके लिये पार्टी प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी खासे सक्रिय हैं और प्रदेश में जगह-जगह जनसभाएं कर रहे हैं.


क्या है गाजी का मतलब?
दरअसल गाजी एक अरबी भाषा शब्द है. गाजी उस योद्धा को  कहते हैं जिसने काफिरों से जंग लड़ी हो फिर जीत हासिल की हो.


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