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भोपाल: मध्य प्रदेश में कोराना का हॉटस्पॉट बन चुके इंदौर और उज्जैन के हालात को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ चुकी है. इंदौर पर ध्यान न देने और वज़ीरे आला शिवराज पर अपना अक्स चमकाने के इल्ज़ाम पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पलटवार करते हुए बढ़ते वायरस को शहरियत तरमीमी कानून के खिलाफ चल रहे धरने से जोड़ दिया है.
कांग्रेस मेहकमा मीडिया के सद्र जीतू पटवारी ने इल्ज़ाम लगाया कि इंदौर में हालात चीन के वुहान शहर से भी ज्यादा खराब होते जा रहे हैं लेकिन वज़ीरे आला इश्तिहार में रोज़ दिखकर खुद को मसरूफ बताने की कोशिश कर रहें. जिस पर बीजेपी ने सामने आकर इंदौर और उज्जैन में बढ़ते कोरोना वायरस की कुछ वुजूहात बयान की हैं.
भाजपा तरजुमान रजनीश अग्रवाल के मुताबिक इंदौर के माणिक बाग में शहरियत तरमीमी कानून (CAA) की मुखालिफत में 70 दिनों तक चले धरने से कोरोना फैला. उन्हीं इलाकों में कोरोना फैला जहां से लोग आकर धरने में बैठे.
शिवराज जी, इंदौर के हालात भयावह बनते जा रहे है और आप इंदौर के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रहे है..।
- कृपया धरातल के हालात को देखें और विज्ञापन में फोकस करने के बजाए इंदौर को फोकस करे..। pic.twitter.com/wuyQLxuOp3
— Jitu Patwari (@jitupatwari) April 27, 2020
जबकि उज्जैन के बेगमगंज में चले लंबे धरने को भी बीजेपी ने कोरोना के बढ़ते वायरस का जिम्मेदार बताया है. रजनीश अग्रवाल का कहना है कि मध्य प्रदेश में कोविड 19 से पहली मौत उन्हीं की हुई, जो CAA मुखालिफ धरने में शामिल थीं. रजनीश अग्रवाल का दावा है कि उनके बेटे ने ही बताया कि 65 साला राबिया दो महीनों तक धरने में शामिल होने के अलावा कहीं और नहीं गई.
भाजपा ने दिल्ली में हुई मज़हबी तकरीब से लौटे लोगों पर भी कोरोना फैलाने का इल्ज़ाम लगाया है. साथ ही बैरुने मुल्क से लौटे लोगों को 2 हफ्ते के क्वारंटाइन और उनकी सख्ती से निगरानी न करने को भी कोरोना फैलाने के लिए जिम्मेदार बताया.
उधर, इंदौर में कोरोना से बिगड़ते हालात पर रियासत के साबिक कैबिनेट वज़ीर जीतू पटवारी ने फिक्र ज़ाहिर करते हुए कहा कि कोरोना के लिए हुकूमत वसायल जुटाए. इंदौर में कोरोना मरीज़ों की बढ़ती तादा बड़ी चुनौती है. यहां ज्यादा से ज्यादा टेस्ट होने चाहिए. उन्होंने वज़ीरे आला को सलाह देते हुए कहा कि इंदौर को हेड क्वार्टर बनाएं और हालात को संजीदगी से लें.
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