दारुल उलूम देवबंद ने आवाम से अपील करते हुए कहा कि शबे बरात के मौके पर उम्मत ए मुस्लिमा अपने घरों में रहकर ही इबादत करें. घरों में रहकर कुरान ए मजीद की तिलावत करें नफ़्ले पढ़ें.लॉकडाउन के नियमों को मानते हुए मस्जिदों और कब्रिस्तान में ना जाएं.सभी मुसलमान 15 शाबान को रोज़े रखकर मुल्क ए अमनो आमान के लिये दुआएं करे
Trending Photos
नई दिल्ली : मुसलमानों की सभी बड़ी तंज़ीमों ने एक साथ आगे आकर मुसलमानों से शबे-बारात की रात घरों से बाहर ना निकलने की अपील की है. दारूल उलूम देवबंद के सद्र मोहतमिम अबुल क़ासिम नोमानी ने ख़त लिखकर इस मौके पर उम्मत ए मुस्लिमा अपने घरों में रहकर ही इबादत करने की अपील की है.दारुल उलूम देवबंद ने नोटिस में लिखा कि कोरोना वायरस ने एक भयानक महामारी की शक्ल इख्तियार कर ली है.
शबे बरात और लॉक डाउन के नियमों को लेकर दारुल उलूम देवबंद ने आवाम से अपील करते हुए कहा कि शबे बरात के मौके पर उम्मत ए मुस्लिमा अपने घरों में रहकर ही इबादत करें. घरों में रहकर कुरान ए मजीद की तिलावत करें नफ़्ले पढ़ें.लॉकडाउन के नियमों को मानते हुए मस्जिदों और कब्रिस्तान में ना जाएं.सभी मुसलमान 15 शाबान को रोज़े रखकर मुल्क ए अमनो आमान के लिये दुआएं करे.
बता दें कि 9 अप्रैल जुमे की रात को शाबान की 14 तारीख है इस एतेबार से जुमे की रात और जुमे के बीच की रात शबे बारात है.जिसके चलते इस रात में इबादत दुआ और इस्तिग़फार की कसरत औऱ अगले दिन रोज़ा रखने की फ़ज़ीलत आहादीस से साबित है लेकिन कोई अमल एकसाथ जमा होकर करने का कोई सबूत नहीं है. दारुल उलूम की ओर से कहा गया कि "मौजूदा हालात में सावधानी बरतना और घरों तक सीमित रहना शरई और कानूनी दोनों ऐतेबार से अहम है. लिहाज़ा तमाम मुसलमान इन पाबंदियों को तोड़ने से बचें और बिफाज़त और इलाज के लिए भी लापरवाही ना बरतें यह उपया करना भी शरीयत के हुक्म की तामील है."
गौरतलब है इससे पहले भी मुसलमानों की कई बड़ी तंज़ीमों ने एक साथ आगे आकर मुसलमानों से शबे-बारात की रात घरों से बाहर ना निकलने की अपील की थी. सभी तंज़ीमों ने एक ख़त जारी किया था जिसमें हिदायत दी थी कि कोरोना से बचाव के लिए मुल्क में लॉकडाउन जारी है. इसकी पाबंदी करते हुए मस्जिदों में भी इजतेमाई और जुमे की नमाज़ों पर पाबंदी लगी दी है और घरों में नमाज़ अदा की जा रही है. इन तंजीमों में शामिल लोगों के नाम के लिए देखिए लिस्ट
मौलाना तौक़ीर रज़ा खाँ, सद्र मुस्लिम इत्तिहाद परिषद, बरेली
मौलाना सैयद महमूद मदनी, जनरल सैक्रेटरी जमीअत उलम-ए-हिन्द
जनाब सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी, अमीर जमाअत इस्लामी हिन्द
मौलाना मुफती मोहम्मद मोकर्रम, शाही इमाम मस्जिद फतहपुरी, दिल्ली
मौलाना असग़र अली इमाम सलफी, अमीर मर्कज़ी जमीअत अहले हदीस, दिल्ली
मौलाना ख़ालिद सैफुल्लाह रहमानी, सैक्रेटरी इस्लामिक फिक़्ह एकेडमी (इंडिया), हैदराबाद
हज़रत मोहम्मद तनवीर हाशमी, सज्जाद नशीं, खानक़ाह हाशमिया, बीजापुर, कर्नाटक
मौलाना सग़ीर अहमद खाँ, अमीर शरियत, कर्नाटक
डॉक्टर ज़फ़रुल इस्लाम खाँ (अज़हरी) चेयरमैन, अक्लियती कमीशन, दिल्ली
हज़रत मोहम्मद मोईन मियां, पीर तरीक़त, मुंबई
मौलाना हाफ़िज़ सैयद अतहर अली, मेनेजर जामिया मोहम्मदिया, मुंबई
मौलाना शब्बीर नदवी, मेनेजर मदरसा इस्लाह अल-बनात, बंगलौर
मौलाना अमीन उस्मानी, सैक्रेटरी इस्लामिक फिक़्ह एकेडमी (इंडिया), दिल्ली
जनाब कमाल फारूक़ी, पूर्व चेयरमैन अक्लियती कमीशन, दिल्ली
मौलाना अरशद मदनी, सद्र जमीअत उलमा-ए-हिन्द
मौलाना महमूद दरियाबादी, नायब सद्र उलमा कौंसिल, मुंबई
मुज्तबा फ़ारूक़, जनरल सैक्रेटरी, आल इंडिया मुस्लिम मजलिस मुशावरत