राम मंदिर के निमंत्रण को ठकराने पर घिरी कांग्रेस, अब दी ये सफाई
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2057465

राम मंदिर के निमंत्रण को ठकराने पर घिरी कांग्रेस, अब दी ये सफाई

Congress on Ram Mandir: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा प्रोग्राम में जाने पर कांग्रेस और भाजपा पर ठनी है. कांग्रेस ने इस पर सफाई दी है. कांग्रेस के अध्यक्ष का कहना है कि "फैसले का मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था."

राम मंदिर के निमंत्रण को ठकराने पर घिरी कांग्रेस, अब दी ये सफाई

Congress on Ram Mandir: 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम लला के जन्मस्थान पर 'प्राण प्रतिष्ठा' का प्रोग्राम है. कांग्रेस के शीर्श नेताओं को इसमें आने के लिए निमंत्रण भेजा गया. लेकिन कांग्रेस ने इस निमंत्रण को ठुकरा दिया. हालांकि कांग्रेस के कुछ नेता चाह रहे थे कि इस निमंत्रण को कबूल किया जाए. ऐसे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कहा निमंत्रण ठुकराने का मकसद किसी की भावनाओं या किसी धर्म को ठेस पहुंचाना नहीं था.

कांग्रेस ने ठुकराया निमंत्रण
इससे पहले, कांग्रेस के बड़े नेताओं- खड़गे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के विपक्ष के नेता, अधीर रंजन चौधरी- ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया. उन्होंने इसे 'भाजपा-आरएसएस' कार्यक्रम बताया.

भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते
शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "हम पहले ही कह चुके हैं कि अगर कोई (22 जनवरी को 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम के लिए) अयोध्या जाना चाहता है, तो वे जब चाहें जाने के लिए आजाद हैं. हालांकि, भाजपा ने कहा है कार्यक्रम में शामिल न होने के हमारे फैसले को लेकर हमें लगातार निशाना बनाया जा रहा है. यह अनुचित है. हमारे फैसले का मकसद किसी व्यक्ति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था."

खड़गे ने PM से किया सवाल
खड़गे ने कहा कि "हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना चाहते हैं: उन्होंने मुद्रास्फीति और बेरोजगारी को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं? हम यह भी चाहेंगे कि वह हमारी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए उठाए गए कदमों की सूची बनाएं. ये ऐसे मुद्दे हैं जो सीधे देश और इसके लोगों को प्रभावित करते हैं. राम मंदिर के निमंत्रण को कांग्रेस की तरफ से ठुकराए जाने जाने के बाद से, भाजपा देश की पहचान और आत्मा को नकारने का आरोप लगाते हुए सबसे पुरानी पार्टी पर निशाना साध रही है.

भाजपा का हमला
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कांग्रेस पर कड़ा हमला करते हुए कहा, "अयोध्या में 'प्राण प्रतिष्ठा' में शामिल होने के निमंत्रण को ठुकराकर, उन्होंने (कांग्रेस) ने हमारी सभ्यता की जड़ों और राष्ट्रीय पहचान को नकार दिया है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है."

कांग्रेस का जवाब
लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण सबसे पुरानी पार्टी मेगा समारोह के समय पर सवाल उठा रही है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को कहा कि "प्राण प्रतिष्ठा' के अनुष्ठानों की एक प्रणाली और सेट है. अगर यह आयोजन धार्मिक है, तो यह चार पीठों के शंकराचार्यों के मार्गदर्शन में क्यों नहीं हो रहा है? सभी चार शंकराचार्यों ने साफ तौर से कहा है कि 'प्राण प्रतिष्ठा' अधूरे मंदिर में नहीं हो सकता. इसलिए, अगर यह आयोजन धार्मिक नहीं है, तो यह राजनीतिक है. इसलिए मैं यह स्वीकार नहीं कर सकता कि एक पार्टी के कुछ नेता मेरे और मेरे आराध्य देवता के बीच बिचौलिए के रूप में काम करें. हमारे कुछ राजनेता ठेकेदार की तरह का व्यवहार कर रहे हैं. तारीख तय करने से पहले भाजपा ने किस 'पंचांग' का हवाला दिया? तारीख (लोकसभा) चुनावों को ध्यान में रखते हुए चुनी गई,"

Trending news

;