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Eid ka Chand 2025: चांद का हुआ दीदार, भारत समेत इन देशों में कल मनाई जाएगी ईद

Eid ka Chand 2025: चांद दिखते ही बाजारों में रौनक बढ़ गई है. लोग नए कपड़े, मिठाइयां, सेवइयां और ईदी के गिफ्ट खरीदने के लिए बड़ी संख्या में बाजारों में पहुंचे. 

Eid ka Chand 2025: चांद का हुआ दीदार, भारत समेत इन देशों में कल मनाई जाएगी ईद

Eid ka Chand 2025: रमजान के पाक महीने के आखिरी दिन चांद का दीदार हो चुका है, जिससे यह साफ हो गया कि भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और कई दूसरे देशों में ईद-उल-फितर कल मनाई जाएगी. इस खबर के बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई और बाजारों में रौनक लौट आई. लखनऊ और असम समेत कई शहरों में ईद का चांद का दीदार हुआ है. इसकी तस्दीक हो गई है. चांद देखने के बाद शिया समुदाय के लोगों ने ऐलान किया है कि कल यानी 31 मार्च को ईद मनाई जाएगी. वहीं, बिहार के इमारत-ए-शरिया ने भी चांद देखे जाने का ऐलान किया है.

भारत और पाकिस्तान में दिखा चांद
भारत और पाकिस्तान में रमज़ान के 29वें रोजे के बाद चांद दिखने की आधिकारिक तस्दीक की गई. चांद नजर आते ही लोगों ने अल्लाह का शुक्र अदा किया और ईद की नमाज की तैयारियों में जुट गए. मस्जिदों में ईद की विशेष नमाज के इंतजाम किए जा रहे हैं. बाजारों में खरीदारी के लिए जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी है.

सऊदी अरब और खाड़ी देशों में आज मनाई गई है ईद
सऊदी अरब, कतर, यूएई, तुर्की और अन्य खाड़ी देशों में 29 मार्च को चांद का दीदार हुआ था, जिसके बाद आज यानी 30 मार्च को ईद की नमाज अदा की गई है. इन देशों में ईद की छुट्टियां पहले से तय थीं, और  लोग ईद परिवार और दोस्तों के साथ ईद मनाया है.

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बाजारों में जबरदस्त रौनक
चांद दिखते ही बाजारों में रौनक बढ़ गई है. लोग नए कपड़े, मिठाइयां, सेवइयां और ईदी के गिफ्ट खरीदने के लिए बड़ी संख्या में बाजारों में पहुंचे. बच्चों में खास उत्साह देखने को मिल रहा है, क्योंकि उन्हें ईदी (गिफ्ट और पैसे) मिलने का इंतजार रहता है.

ईद के दिन गले मिलते हैं लोग
ईद के दिन सुबह मस्जिदों और ईदगाहों में विशेष नमाज अदा की जाएगी. नमाज के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर "ईद मुबारक" कहेंगे और अल्लाह से दुनिया में अमन-शांति की दुआ करेंगे. ईद-उल-फितर का त्योहार सिर्फ खाने-पीने और नए कपड़े पहनने तक सीमित नहीं है. यह हमें गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की सीख भी देता है. इसी वजह से ईद की नमाज से पहले सदका-ए-फितर (दान) देना जरूरी होता है, जिससे गरीब लोग भी ईद मना सकें.

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Tauseef Alam

तौसीफ आलम पिछले चार सालों से पत्रकारिता के पेशे में हैं. उन्होंने देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जामिया मिल्लिया इस्लामिया से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. Amar Ujala,Times Now...और पढ़ें

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