नई दिल्ली: किसानों सिंधु बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच जारी तसादुन के बीच बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल किसानों को सिंधु बॉर्डर पार करने की इजाज़त मिल गई है और अब किसान दिल्ली के बुराड़ी में निरंकारी मैदान में प्रोटेस्ट करेंगे. दिल्ली पुलिस की टीम किसानों के साथ रहेगी और उनपर नज़र बनाए रखेगी.
इससे पहले, दिल्ली के सिंधू बॉर्डर पर किसानों ने हिंसक प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया. बैरिकेडिंग को तोड़ा. पुलिस ने भी आंसू गैंस और वाटर केनन का इस्तेमाल किया. किसान दिल्ली जाने की मांग पर अड़े रहे. दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली में एंट्री दे दी.
केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है।
मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें। आन्दोलन इसका जरिया नहीं है- इसका हल बातचीत से ही निकलेगा
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 27, 2020
इसके अलावा हरियाणा के वज़ीरे आला मनोहर लाल खट्टर ने किसानों के गुज़ारिश करते हुए ट्वीट किया कि मरकज़ी हुकूमत बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए मरकज़ी सरकार से सीधे बातचीत करें. आंदोलन इसका जरिया नहीं है. इसका हल बातचीत से ही निकलेगा.
Haryana: Police use tear gas to try to disperse farmers as they take part in protests against Centre's Farm laws, at the Singhu border (Delhi-Haryana border) pic.twitter.com/gVxsvulHhx
— ANI (@ANI) November 27, 2020
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार से 9 स्टेडियम मांग की थी. ताकि स्टेडियम को आरज़ी (अस्थाई) जेल बनाया जाए. जहां किसान आंदोलन में गिरफ्तार हुए लोगों को रखने का प्लान था लेकिन दिल्ली सरकार ने किसानों की मांगों को जायज़ ठहराते हुए पुलिस की इस मांग का ठुकरा दिया है.
दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की तरफ से जारी बयान कहा गया है कि किसानों की मांग जायज है केंद्र सरकार को किसानों की मांगे फौरन माननी चाहिए. किसानों को जेल में डालना इसका समाधान नहीं है. इनका आंदोलन बिलकुल अहिंसक है. अहिंसक तरीके से आंदोलन करना हर हिंदुस्तानी का आईनी हक है. उसके लिए उन्हें जेल में नहीं डाला जा सकता. इसलिए स्टेडियम को जेल बनाने की दिल्ली पुलिस की अर्ज़ी को दिल्ली सरकार ना मंजूर करती है.
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