Nazrul Islam Death: असम के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर नज़रुल इस्लाम का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को एक अस्पताल में निधन हो गया. उन्होंने 73 साल की उम्र में आख़िरी सांस ली. पूर्व मंत्री अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गए हैं. नज़रुल इस्लाम के निधन की ख़बर से परिवार और समर्थकों में शोक की लहर है. अस्पताल  ज़राए के मुताबिक़ तीन बार वज़ीर और पांच एमएलए रह चुके नज़रुल इस्लाम को 6 जनवरी को उस समय अस्पताल में दाख़िल कराया गया था, जब उनका ऑक्सीजन लेवल ख़तरनाक तौर पर कम हो गया था.


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सीएम ने किया अफसोस का इज़हार
वह पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई की कैबिनेट में साल 2002 से 2016 तक तीन बार वज़ीरे के ओहदे पर रहे. नज़रुल इस्लाम ने 1996 से पांच बार मोरीगांव ज़िले के लहरीघाट असेंबली हल्क़े की नुमाइन्दगी की, जबकि उनके बेटे डॉ आसिफ मोहम्मद नज़र ने 2021 में कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर कामयाबी दर्ज कराई. असम के पूर्व मंत्री के निधन पर सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने ग़म का इज़हार करते हुए कहा कि एक तजुर्बेकार लीडर ने रियासत में समाजी और सियासी क्षेत्र में लंबे वक़्त तक अपनी क़ीमती ख़िदमात पेश की. सीएम ने कहा, 'मैं उनके परिवार के सदस्यों के लिए अपनी हमदर्दी का इज़हार करता हूं.'


कांग्रेस में शोक की लहर
वहीं असम के कांग्रेस सद्र भूपेन बोरा ने अपने शोक पैग़ाम में कहा कि कांग्रेस ने अपना एक महान नेता हमेशा के लिए खो दिया है. बोरा ने कहा, 'इस्लाम ने एक डॉक्टर के तौर पर अपने जीवन की शुरूआत की थी, लेकिन एक लीडर के तौर पर खुले दिल से अवाम की सेवा की. उन्होंने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि और हमें उनके जाने से बहुत बड़ा सदमा लगा है. हम शोक की इस घड़ी में परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं.'


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