जर्मनी में एंजेला मर्केल के 16 सालों के शासन का अंत करीब, नई सरकार का कैसा होगा भारत से रिश्ता ?
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जर्मनी में एंजेला मर्केल के 16 सालों के शासन का अंत करीब, नई सरकार का कैसा होगा भारत से रिश्ता ?

जर्मनी के आम चुनाव में सोशल डेमोक्रेट पार्टी ने सर्वाधिक मत हासिल किए हैं और बेहद करीबी मुकाबले में निर्वतमान चांसलर एंजेला मर्केल की दक्षिणपंथी झुकाव वाले यूनियन ब्लॉक को हरा दिया है.

एंजेला मर्केल

बर्लिनः जर्मनी के आम चुनाव में मध्यमार्गी वामपंथी सोशल डेमोक्रेट पार्टी ने सर्वाधिक मत हासिल किए हैं और बेहद करीबी मुकाबले में निर्वतमान चांसलर एंजेला मर्केल की दक्षिणपंथी झुकाव वाले यूनियन ब्लॉक को हरा दिया है. यह चुनाव तय करेगा कि यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश में लंबे समय से नेता रहीं मर्केल का उत्तराधिकारी कौन होगा. सोशल डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार और निवर्तमान वाइस चांसलर एवं वित्त मंत्री ओलाफ शोल्ज ने कहा, ‘‘चुनाव के नतीजे बेहद स्पष्ट जनादेश को दर्शाते हैं जो अब यह सुनिश्चित करेगा कि हम मिलकर जर्मनी में एक बेहतर, व्यावहारिक सरकार का गठन करें.’’
संघीय चुनाव में अब तक के सबसे खराब प्रदर्शन के बावजूद मर्केल के यूनियन ब्लॉक ने कहा है कि वह सरकार गठन के लिए छोटे दलों से संपर्क करेगा, जबकि नए चांसलर के शपथ लेने तक मर्केल कार्यवाहक चांसलर बनी रहेंगी.

सोशल डेमोक्रेट ने 25.9 फीसदी वोट हासिल किए
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि सोमवार सुबह सभी 299 सीटों की मतगणना में सोशल डेमोक्रेट ने 25.9 फीसदी वोट हासिल किए जबकि यूनियन ब्लॉक को 24.1 प्रतिशत वोट मिले. पर्यावरणविदों की ग्रीन पार्टी 14.8 प्रतिशत वोट के साथ तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. इसके बाद कारोबार सुगमता की पक्षधर फ्री डेमोक्रेट्स को 11.5 प्रतिशत वोट मिले है. दोनों दल पहले ही इस बात के संकेत दे चुके हैं कि वे नई सरकार के गठन में सहयोग कर सकते हैं. हालांकि जर्मनी में अब तक हुए आम चुनाव में किसी भी पार्टी को 31 प्रतिशत से कम वोट नहीं मिले थे.

यूनियन ब्लॉक जारी रखेगी सरकार बनाने की कोशिश 
यूनियन ब्लॉक का नेतृत्व मर्केल से अपने हाथ में लेने वाले नॉर्थ राइने-वेस्टफालिया प्रांत के गवर्नर आरमिन लैशेट अपनी पार्टी का जनाधार में जोश भरने में नाकाम रहे. उन्होंने कई गलत कदम भी उठाए. लैशेट ने कहा, ‘‘बेशक यह वोटों का नुकसान है जो अच्छा नहीं है.’’ लैशेट ने समर्थकों से कहा कि यूनियन के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे क्योंकि जर्मनी को भविष्य के लिए एक ऐसे गठबंधन की जरूरत है जो हमारे देश का आधुनिकीकरण करे.

नई सरकार के गठन में काफी जोड़ तोड़ करना होगा
लैशेट और शोल्ज दोनों को ही ग्रीन पार्टी और फ्री डेमोक्रेट्स के समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं. रविवार को हुई मतगणना में धुर दक्षिणपंथी ‘आल्टर्नेटिव फॉर जर्मनी’ 10.3 प्रतिशत वोट के साथ चैथे स्थान पर रही जबकि वाम दल को 4.9 प्रतिशत वोट मिले. अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 1949 के बाद यह पहली बार है जब डैनिश अल्पसंख्यक पार्टी एसएसडब्ल्यू संसद में एक सीट जीत पाई है. नतीजों से ऐसा प्रतीत होता है कि नई सरकार के गठन में काफी जोड़ तोड़ करना होगा.

सोशल डेमोक्रेट गठबंधन बना कर सत्तारूढ़ होने के लिए तैयार
जर्मनी में सोशल डेमोक्रेट पार्टी के महासचिव ने कहा है कि उनकी पार्टी को सत्तारूढ़ होने के लिए गठबंधन बनाने के वास्ते जनादेश प्राप्त हुआ है. क्लिंगबील ने रविवार को चुनाव नतीजों के पहले ही दो मुख्य टेलीविजन चैनलों पर दिखाए जा रहे एग्जिट पोल के बाद यह बयान दिया था. क्लिंगबील ने कहा कि पार्टी को अब गठबंधन बनाने का अवसर मिला है और उसके शीर्ष उम्मीदवार ओलाफ शोल्ज चांसलर बनेंगे.

भारत हमारे लिए महत्वपूर्णः जर्मन राजदूत
जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने सोमवार को कहा कि जर्मनी के लिए भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक अहम देश बनता जा रहा है और बर्लिन की अगली गठबंधन सरकार के भारत के साथ प्रगाढ़ संबंध कायम रखने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भारत व जर्मनी के बीच व्यापार और निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और रिश्तों के और प्रगाढ़ होने की संभावना है. उन्होंने कहा, भारत के बिना किसी भी वैश्विक मुद्दे का हल नहीं किया जा सकता, चाहे यह जलवायु परिवर्तन हो या ग्लोबल वार्मिंग या व्यापार मुद्दे या कोविड-19 टीकाकरण या आतंकवाद... भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण है.  

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