Aden Alexander Release: हमास ने 7 अक्टूबर के हमले में अगवा किए गए इजरायली-अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर को रिहा कर दिया है. जानिए किन शर्तों पर यह रिहाई हुई है.
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Aden Alexander Release: इजरायली-अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर को हमास ने रिहा कर दिया है और वह इजरायल पहुंच गए हैं. इजरायली बंधक को पिछले 19 महीने तक हमास ने अपने कैद में रखा था. इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अलेक्जेंडर अपने परिवार से मिलने के लिए गाजा पट्टी से सटे दक्षिणी इजरायल के रीम सैन्य अड्डे पर पहुंचे, जो संयुक्त राज्य अमेरिका से कुछ घंटे पहले ही यहां पहुंचे थे. गाजा में पहले ली गई एक तस्वीर में अलेक्जेंडर को एक काली टी-शर्ट और बेसबॉल टोपी पहने हुए दिखाया गया था, जिसे हथियारबंद हमास आतंकवादियों और रेड क्रॉस की एक महिला के साथ हैंडओवर प्रक्रिया के दौरान ले जाया जा रहा था.
ट्रंप ने क्या कहा?
वाशिंगटन और हमास के बीच सीधी बातचीत के बाद अलेक्जेंडर को रिहा किया गया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रिहाई का स्वागत करते हुए अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में लिखा, "आखिरी जिंदा अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर को रिहा किया जा रहा है. उनके अद्भुत माता-पिता, परिवार और दोस्तों को बधाई!" वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि देश अलेक्जेंडर को गले लगाता है.
बंधक का चल रहा है इलाज
इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता शिरा सोलोमन ने बताया कि अलेक्जेंडर का फिलहाल रीम बेस में शुरुआती मेडिकल चेकअप किया जा रहा है. इसके बाद उन्हें तेल अवीव के इचिलोव अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. शिरा सोलोमन ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों की पूरी टीम अलेक्जेंडर की इलाज, मानसिक सहयोग और रिहैब (पुनर्वास) के लिए पूरी तरह तैयार है. इसके अलावा, उनके परिवार और बाकी ज़रूरतों में भी हर तरह की मदद दी जाएगी.
इस जगह पर इजरायली बंधक को किया गया रिहा
हमास के जराए ने बताया कि अलेक्जेंडर को दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में एक तय जगह पर रेड क्रॉस की टीम को सौंपा गया. इसके बाद उसे इजरायली सेना के बफर ज़ोन में लाया गया और फिर वहां से रीम सैन्य अड्डे ले जाया गया. खान यूनिस में मौजूद लोगों ने बताया कि बंधक की रिहाई से पहले और उसके दौरान इलाके में इजरायली सेना की कार्रवाई रोक दी गई थी. उस समय वहां का माहौल भी शांत रहा और किसी तरह की गोलीबारी या सैन्य गतिविधि नहीं हुई.
हमास ने क्या कहा?
हमास के सशस्त्र संगठन अल-क़स्साम ब्रिगेड ने अपने बयान में कहा कि अलेक्जेंडर को एक समझौते के तहत रिहा किया गया है. इस समझौते का मकसद युद्ध विराम कराना, बॉर्डर क्रॉसिंग खोलना और गाजा में राहत और मदद पहुंचाना है. अलेक्जेंडर इजरायली सेना में एक अमेरिकी नागरिक हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर 2023 को हमास की बड़ी कार्रवाई के दौरान अगवा कर लिया गया था. उस हमले में 251 लोगों को बंधक बनाया गया था और करीब 1,200 लोग मारे गए थे.