लखनऊ: उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर आए शाह ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर खिताब करते हुए कहा कि चुनाव आने के बाद एक्टिव होने वाले नेताओं की सबसे ज्‍यादा तादाद उत्तर प्रदेश में है. पूर्ववर्ती सरकारों से तुलना करते हुए उन्होंने कहा, '' आज मैं फख्र के साथ कह सकता हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने दंगाग्रस्त उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का राज स्थापित किया है।'' 


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शाह ने रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पिपरसंड, सरोजनी नगर में 'उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज' की आधारशिला रखने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ''अखबारों को पढ़ता रहता हूं, रोज बयान आते हैं और चुनाव आने के बाद एक्टिव होने वाले नेताओं की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश में है.''



 


राज्य में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होना है. शाह ने विपक्षी दलों के नेताओं खासतौर से समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को निशाना बनाते हुए कहा,'' बाढ़ आने पर, कोरोना के संकट के वक्त, किसानों के भूख से मरने पर ये लोग दिखाई नहीं पड़ते. जब किसानों के कर्ज माफ करने थे तो आप मौज-मस्ती में व्‍यस्‍त थे लेकिन चुनाव नजदीक आएगा तब आप जरूर दिखेंगे।'' 


उन्होंने कहा, ''परिवारवाद को उखाड़ फेंकने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है और उप्र की जनता से निवेदन है कि चहुंमुखी विकास को देखिए और उसका समर्थन करिए.'' पूर्ववर्ती सपा सरकार की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ''पहले पश्चिम से लोग घर छोड़कर भाग रहे थे, महिलाएं असुरक्षित थी, दिनदहाड़े गोलियां चलती थीं लेकिन 2017 में भाजपा ने एक वादा किया था कि उप्र को कानून-व्यवस्था की दृष्टि से ठीक बनाएंगे और विकसित राज्य बनाएंगे और आज 2021 में गर्व के साथ कह सकता हूं कि योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने दंगाग्रस्त उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का राज स्थापित किया है." 


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