How to increase sexual stamina: सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि आपको ये दिक्कत क्यों पेश आ रही है? यदि आपकी लाइफ काफ़ी बीज़ी है, आपको स्ट्रैस ज्यादा रहता है और आप डाइट पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. तो हो सकता है कि ये परेशानी आपकी इन्हीं आदतों की वजह से हो रही हो.
Trending Photos
नई दिल्ली: आज कल की भागती दौड़ती जिंदगी में लोगों को ज्यादा स्ट्रेस (Stress) होने लगा है जिसका सीधा असर शरीर और दिमाग पर पड़ता है. ऐसे में ये ज़रूरी है कि हर इंसान इस स्ट्रैस से बचने के लिए कुछ ना कुछ करे. आपको बता दें ज्यादा स्ट्रेस का असर लोगों की सेक्शुअल लाइफ (Sexual Life) पर भी खूब पड़ता है, जिसकी वजह से पुरुष सही परफोर्म नहीं कर पाते हैं और उन्हें परफोर्मेंस एन्ज़ाइटी (Performance Anxiety) होने लगती है. जिसका नतीजे में कंडीशन और खराब होने लगती है और आपका पार्टनर भी स्ट्रेस में रहने लगता है.
कैसे पाएं इस दक्कत से निजात?
सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि आपको ये दिक्कत क्यों पेश आ रही है? जिसके लिए डॉक्टर से डाइग्नोज़ कराना बेहद ज़रूरी है. यदि आपकी लाइफ काफ़ी बीज़ी है, आपको स्ट्रैस ज्यादा रहता है और आप डाइट पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. तो हो सकता है कि ये परेशानी आपकी इन्हीं आदतों की वजह से हो रही हो. ऐसे में सही डाइट और न्यूट्रीशन से इसका इलाज मुमकिन है. आइये जानते हैं कि कैसे हम इस दिक्कत से निपट सकते हैं.
1- वर्कआउट (Workout)
हर इंसान के लिए एक्सरसाइज़ करना बेहद ज़रूरी है भले ही आपकी लाइफ स्ट्रैस भरी है और आप दिन भर बीज़ी रहते हैं. एक्सरसाइज स्ट्रेस को कम करने का काम करती है और साथ ही मर्दों में टेस्टॉस्टिरोन का लेवल भी बढ़ाती है. जान लें टेस्टॉस्टिरोन मर्दों में प्राइमरी सेक्स हॉर्मोन होता है. हर इंसान को 30 मिनट से 40 मिनट एक्सरसाइज़ करना बेहद ज़रूरी है. अगर आपके पास जिम जाने का टाइम नहीं है तो आप घर पर भी एक्सरसाइज़ कर सकते हैं जैसे स्क्वाट्स, पुशअप्स, डंबल कर्ल, वॉकिंग लन्जिज़, शोल्डर रेज़, डाइमंड पुशअप्स, वाइड लेग्स स्क्वाट्स, प्लैंक्स, हिप थ्रस्ट, चेयर पोज़ आदि.
2- डाइट (Diet)
अच्छी डाइट लेना बेहद ज़रूरी है. लोग अकसर डाइटिंग को 'खाना छोड़ना' समझते हैं, लेकिन डाइटिंग का करना के असली मतलब सही खानपान होता है. बहरहाल अच्छी डाइट ना सिर्फ बाहर से शरीर को बेहतर बनाती है बल्कि ये दिमाग और अंदरूनी शरीर को भी तंदरुस्त करना के का काम करती है. इसलिए ये बेहद जरूरी है कि आप एक अच्छी डाइट लें और बाहर के खाने को ना खाएं. इसके अलावा आप दिन में जो भी खाते हैं उसे नोट करना शुरू करें. आज मोबाइल्स नें कई एप्स ऐसी आने लगी हैं जो आपको बताती हैं कि आपको दिन में कितना खाना है.
अच्छी डाइट लेने के साथ इन चीज़ों को करें डाइट में शामिल
- कैप्सैसिन: यह एक तरह का कंपाउंड है जो कई तरह के खानों में पाया जाता है जैसे अदरक, लाल मिर्च और शिमला मिर्च. ये कंपाउंड इंड्योरेंस बढ़ाने का काम करता है और साथ ही बॉडी को रिकवर होने में भी मददगार होता है.
-पोटाशियम: डाइट में पोटाशियम रिच फूड्स को शामिल करें जैसे केला, टमाटर, ब्रोकली, पालक, गाजर, किनुआ, योगर्ट और आलू आदि. पोटाशियम मेटाबोलिज़म को सही करता है साथ ही ये सेल्स को हाइड्रेट रखने में मदद करता है..
-कॉम्प्लेक्स कार्ब्स फूड्स़: डाइट में कॉम्प्लेक्स कार्ब्स फूड को शामिल करें जैसे ओट्स, शकरकंदी, ब्राउन राइस, किनुआ आदि. कॉमपलेक्स कार्ब्स फूड आपको लंबे वक्त तक एनर्जी देने का काम करते हैं .
-प्रोटीन: प्रोटीन रिच डाइट लंबे वक्त तक एनर्जी देने का काम करती है इसके अलावा ये शरीर में मसल्स ब्रेकडाउन को रोकने का काम भी करती है. इसलिए ये बेहद ज़रूरी है कि आपकी डाइट में प्रोटीन रिच फूड्स शामिल रहें. जैसे नट्स, टोफू, पनीर, मीट, चिकन, फिश आदि
-एल सिट्रुलिन: एस सिट्रुलिन एक अमीनो एसिड होता है जो स्टैमिना बढ़ाने का काम करता है. इसके अलाना ये इरेक्शन मैंटेन करने में भी मददगार होता है. एल सिट्रुलिन रिच फूड- तरबूज़, प्याज़, लहसुन, रेड मीट और डार्क चोकलेट
- एल आर्जिनिन: ये अमीनोएसिड बॉडी में खून के दौरान को बढ़ाता है जिसकी वजह से इरेक्शन में मदद मिलती है. एलर्जिनिन रिच फूड्स- फिश, दूध, सोय, बीन्स.