इमाम अख्तर ने हाथियों के नाम की 5 करोड़ की जायदाद, जानिए क्या है वजह
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इमाम अख्तर ने हाथियों के नाम की 5 करोड़ की जायदाद, जानिए क्या है वजह

जहां बुजुर्ग, कमजोर और लाचार हाथियों की देख भाल हो सके. इसके लिए इन्होंने बाकायदा सरकार और चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन को खत भी लिखा है.

फाइल फोटो
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नई दिल्ली: एक-एक इंच जमीन के लिए एक दुसरे की जान लेने वाले इस दौर में एक शख्स ने अपनी 5 करोड़ की जायदाद हाथियों के नाम कर दी है. बिहार के रहने वाले इमाम अख्तर ने बाकायदा इसका वसीयतनामा बनाया है. जिसमें अपने हिस्से की आधी मिलकियत हाथियों के नाम कर दी. ताकि उनके नहीं रहने के बाद इन हाथियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने पाये. 

हाथियों के बीच पले बढ़े बिहार के रहने वाले इमाम अख्तर इनके लिए कुछ भी करने को तैयार है. हाथियों की खिदमत की गरज से बिहार से उत्तराखड पहुंचे इमाम अख्तर यहां पर एक हाथी गांव बसाना चाहते हैं. जहां बुजुर्ग, कमजोर और लाचार हाथियों की देख भाल हो सके. इसके लिए इन्होंने बाकायदा सरकार और चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन को खत भी लिखा है.

अख्तर इमाम बताते हैं कि 'एक बार मुझ पर जानलेवा हमला किया गया था, लेकिन हाथियों ने मुझे बचा लिया था. पिस्तौल हाथ में लिए बदमाश जब मेरे कमरे की तरफ बढ़ने लगे तो हाथी इसे देखकर चिंघाड़ने लगे. इसी बीच मेरी नींद खुल गई और शोर मचाने पर बदमाश भाग निकले.'

कौन हैं इमाम अख्तर
बिहार के आरा के रहने वाले इमाम अख्तर केरल में हथनी की मौत से इतने गमजदा थे कि उसी दौरान उन्होंने अपने हिस्से की आधी जायदाद हाथियों के नाम कर दिया. और आधी जायदाद अपने बच्चों के लिए छोड़ दिया. हाथियों को दिये गये जमीन की कीमत पांच करोड़ से ज्यादा लगाई जा रही है. इमाम की इस मुहिम में बिहार के अलावा दिगर रियसातों में भी उनके चाहने वाले हैं. उनके साथ काम करने वाले चन्दन कुमार का कहना है कि ऐसे लोगों के साथ जुड़ने की जरूरत है ताकि बेजुमान जानवरों को बचाया जा सके.

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