Pakistan Afghanistan Conflict: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हिंसक संघर्ष जारी है. इस हिंसा में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. काबुल के अस्पताल में हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Pakistan Afghanistan Conflict: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल समेत कई शहरों पर भीषण हवाई हमला किया है. इस हमले में कम से कम सैकड़ों की मौत हो गई. इस हमले के बाद तालिबान ने पाक सीमा पर भीषण हमला किया. इस हिंसक झड़पों और हवाई हमलों में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई है. कई घायल लोगों को काबुल के इमरजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर उनकी लगातार जांच और इलाज में जुटे हैं. अस्पताल में हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. किसी के सिर पर पट्टी बंधी है, किसी का हाथ टूटा है, तो कोई दर्द से कराह रहा है.
अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं. कई मरीज गंभीर हालत में हैं और उन्हें फौरन सर्जरी की जरूरत पड़ी. डॉक्टरों के मुताबिक, यह पिछले कई महीनों में सबसे बड़ा हमला है, जिसमें आम नागरिक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. घायल हुए एक व्यक्ति ने बताया, “हम अपने घर में थे, तभी अचानक जोरदार धमाके की आवाज आई. सबकुछ धुएं और मलबे में बदल गया. मेरे परिवार के कई लोग घायल हो गए.”
गाजा बन गया है काबुल
एक अन्य पीड़ित ने कहा कि उन्हें समझ ही नहीं आया कि हमला किस तरफ से हुआ, बस सबकुछ खत्म होता चला गया. अफगान अधिकारियों का कहना है कि यह हवाई हमला पाकिस्तान की तरफ से हुआ है, जबकि पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान की सीमा से आतंकी संगठनों ने उनके इलाकों पर गोलीबारी की थी. दोनों देशों के बीच हाल के महीनों में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, खासकर सीमावर्ती इलाकों में, जहां अक्सर आतंकी घुसपैठ और जवाबी कार्रवाई की खबरें आती रहती हैं.
UN ने की पाकिस्तान हमले की निंदा
काबुल के अस्पताल प्रशासन ने बताया कि घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अस्पताल में जगह की कमी हो रही है. कुछ मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है. डॉक्टरों ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अतिरिक्त दवाइयों और मेडिकल सहायता की अपील की है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों ने इस हमले की निंदा की है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है. उनका कहना है कि सीमा पर जारी हिंसा में सबसे ज्यादा नुकसान आम नागरिकों का हो रहा है, जिन्हें किसी भी पक्ष की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.