Iran Israel War: इजरायल और ईरान के बीच बमबारी जारी है. इस बीच इजरायल के समर्थन में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देश खड़े नजर आ रहे हैं और ईरानी मिसाइलों को मार गिराने में इजरायल की मदद कर रहे हैं. वहीं, ईरान का कट्टर समर्थक और प्रॉक्सी सैन्य ग्रुप हिजबुल्ला इस जंग से दूर है. हिज्जबुल्ला के अधिकारियों ने इस जंग में इजरायल पर हमला न करने की बात कही है. आइए इस खबर में जानेते हैं कि हिजबुल्ला इस जंग में ईरान का खुलकर साथ क्यों नहीं दे रहा है और इजरायल पर हमला क्यों नहीं कर रहा है ?
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Iran Israel War: ईरान और इजरायल के बीच गिजुश्ता शुक्रवार 13 जून से वार-पलटवार जारी है. इस बीच दुनिया के ज्यादातर देश दो धरों में बटे हुए दिख रहे हैं. वेस्ट के मुल्क इजरायल के समर्थन में हैं. वहीं, रूस, चीन, पाकिस्तान समेत अरब के कई मुल्कों ने ईरान पर इजरायली हमले की निंदा की है. ईरान का कोई भी दोस्त मुल्क खुलकर सैन्य मदद भेजने या इजरायली मिसाइलों से रक्षा करने में मदद की बात नहीं कही है. ऐसे में ईरान का सबसे मजबूत हथियार उसके प्रॉक्सी सैन्य संगठन है, जो मिडिल ईस्ट के कई मुल्कों में फैले हुए हैं. उन्हीं में से एक लेबनान का हिजबुल्ला भी है.
हिजबुल्ला ईरान के लिए हमेशा किसी भी मुल्क से लोहा लेने को तैयार रहता था. ईरान हिजबुल्ला को हथियार ट्रेनिंग समेत कई चीजों से मदद करता था. लेकिन इस जंग में हिजबुल्ला खास एक्टिव नहीं दिख रहा है. हाल के दिनों में हिजबुल्ला के शिर्ष नेतृत्व ने कई ऐसे बयान दिए है. जिससे ऐसा लग रहा है कि वह इस जंग से दूर रहना चाहता है.
हिजबुल्ला के अधिकारियों ने क्या कहा ?
हिजबुल्ला के एक बड़े अधिकारी ने ईरान-इजरायल जंग के परिपेक्ष में कहा है कि वह इज़रायल पर खुद से कोई बड़ा हमला शुरू नहीं करेंगे. वहीं, हिजबुल्ला के उपमहासचिव शेख नैम क़ासिम ने बयान में कहा कि 'ईरान पर इज़रायली हमला एक खतरनाक और आपराधिक कार्रवाई है, और यह अमेरिका की मदद से किया गया है. साथ ही हिजबुल्ला ने इजरायली हमले को रेड लाइन क्रोस करने के बराबर बताया है. हिजबुल्ला ने कहा है कि वह ईरान के साथ खड़ा हैं और पूरा समर्थन करता हैं. हालांकि सिधे तौर पर हमला रने की बात नहीं की गई है.
नसरल्लाह की मौत से हिजबुल्ला हो गया है कमजोर
गौरतलब है कि इजरायल ने पिछले साल (2024) में हिज्जबुल्ला के चीफ हसन नसरल्लाह पर बंकर बस्टर बम से हमला किया था, जिसमे उनकी मौत हो गई थी. साथ ही 17 और 18 सीतंबर 2024 को इजरायल ने वॉकी टॉकी और पेजर अटैक कर के हिजबुल्ला को भारी नुकसान पुहंचाया था. इस हमले ने हिजबुल्ला की ऑपरेशनल क्षमता को कम कर दिया, क्योंकि एक ही झटके में हिज्जबुल्ला के कई स्तर के कमांडर मारे गएं. लगभग 42 लोगों की मौत हुई और 35 सौ से अधिक लोग घायल हुए थे. जानकारों का मानना है कि इसी वजह से हिजबुल्ला अभी फिलहाल किसी नई जंग में नहीं पड़ना चाहता है.
हमास के समर्थन में किया था हमला
बता दें कि साल 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. साथ ही हमास के समर्थन में हिज्जबुल्ला ने भी इजरायल पर हमले शुरू कर दिया था. लेकिन इजरायल ने पलटवार करते हुए हिजबुल्ला को काफी नुकसान पहुंचाया था. इजरायली हमले में लेबनान के आम लोगों इमारतों को भी काफी नुकसान हुआ था.