J&K पुलिस ऑफिसर देविंदर सिंह नौकरी से बर्खास्त, टेरर केस में हुए थे गिरफ़्तार
पिछले साल जम्मू में एक स्पेशल अदालत के सामने दायर एनआईए की चार्ज शिट के मुताबिक, जम्मू कश्मीर पुलिस की सेंसिटिव एंटी किडनैपिंग इकाई में तैनात देविंदर सिंह पाकिस्तान हाई कमीशन में अपने हैंडलर के लगातार राब्ते में था.
श्रीनगर: आतंकवादियों की मदद करने के आरोप में गिरफ़्तार जम्मू और कश्मीर के पुलिस ऑफिसर देविंदर सिंह (Davinder Singh) को नौकरी से निकाल दिया गया है.
देविंदर सिंह को पिछले साल जनवरी में जम्मू कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था जब वह हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को कश्मीर से जम्मू ले जा रहा था. मामले की जांच कौमी जांच एजेंसी (एनआईए) ने की थी और बाद में सिंह और दूसरे के खिलाफ चार्ज शिट दायर किया था.
जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने आईन की दफा के तहत सिंह को फौरी असर से नौकरी से बर्खास्त करने का हुक्म दिया. जम्मू कश्मीर इंतजामिया की तरफ से जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है, 'लेफ्टिनेंट गवर्नर इसके तहत श्री दविंदर सिंह, पुलिस ऑफिसर (मुअत्तल शुदा) ... को फौरी असर से नौकरी से बर्खास्त करते हैं.'
पिछले साल जम्मू में एक स्पेशल अदालत के सामने दायर एनआईए की चार्ज शिट के मुताबिक, जम्मू कश्मीर पुलिस की सेंसिटिव एंटी किडनैपिंग इकाई में तैनात सिंह पाकिस्तान हाई कमीशन में अपने हैंडलर के लगातार राब्ते में था. बाद में उसे वापस इस्लामाबाद भेज दिया गया था.
ये भी पढ़ें: फ़िलिस्तीनी झंडा फहराने की अपील करना मौलाना को पड़ा भारी, पुलिस ने किया गिरफ्ता
देविंदर सिंह पर एनआईए ने रिस्ट्रिक्टेड आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन को मदद देने का आरोप लगाया है. सिंह को उसके पाकिस्तानी हैंडलर ने जासूसी सरगर्मियोंको अंजाम देने के लिए वज़राते खारिजा में राब्ता कायम करने का काम सौंपा था.
(इनपुट- पीटीआई)
Zee Salam Live TV: