जामिया की टीम ने IIT बॉम्बे के ज़रिए मुनक्किद 'यंत्रा रोबोटिक्स मुकाबला' में हासिल की फतह
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जामिया की टीम ने IIT बॉम्बे के ज़रिए मुनक्किद 'यंत्रा रोबोटिक्स मुकाबला' में हासिल की फतह

मुल्क के इंजीनियरिंग कॉलेजों की सैकड़ों टीमों ने इस मुकाबले में हिस्सा लिया था, जिसके 6 अलग अलग मज़मून थे.

फाइल फोटो.
फाइल फोटो.

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया की फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के चार तलबा की एक टीम ने आईआईटी बॉम्बे के ज़रिए मुनक्किद 'कन्स्ट्रक्ट-ओ-बॉट ई यंत्रा-2019 रोबोटिक्स मुकाबले' में पहला मकाम हासिल किया है. मुल्क के इंजीनियरिंग कॉलेजों की सैकड़ों टीमों ने इस मुकाबले में हिस्सा लिया था, जिसके 6 अलग अलग मज़मून थे.

टीम 2541 में जामिया के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के दूसरे साल के तालिबे-इल्म इफा ज़रीन, शाहरुख खान, सैफ अली खान और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के दूसरे साल के तालिबे-इल्म अभिषेक शुक्ला शामिल थे. इस टीम ने थीम कंस्ट्रक्ट-ओ-बॉट में पहला मक़ाम हासिल किया. इन्हे एक ऐसा रोबोट को बनाना था जो मुसीबत के दौरान तबाह इमारतों के तामीरे-नो में मदद कर सकता हो. 

ईवाईआरसी-2019 मुकाबिले में जामिया की फैक्लटी आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की 28 टीमों ने हिस्सा लिया, जिसमें से 25 टीमें पहले मरहले के लिए और 10 टीमें दूसरे मरहले तक आगे बढ़ीं. 

इस मुकाबिले को तीन मरहलों में बांटा गया था. पहले मरहले में क्वालिफाई करने के लिए टीमों को ऑनलाइन एप्टीट्यूड टेस्ट देना होता हैय स्टेज-1 रोबोट के सिमुलेशन के बारे में है. स्टेज 1 को क्वालीफाई करने के बाद, हार्डवेयर को स्टेज 2 पर आगे बढ़ा दिया जाता है. इस मरहले में कई तयशुदा काम पूरे करने बाद आखिरी टीम को फाइनल प्रॉब्लम को हल करना होता है. कामयाबी के साथ हल करने वाली टीमों को फाइनल के लिए मुंतखब किया जाता है.

मुल्क भर में इंजीनियरिंग/साइंस/पॉलिटेक्निक कॉलेजों में असरदार एंबेडेड सिस्टम और रोबोटिक्स तालीम का तशहीर करने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवेलपमेंट, ई-यंत्रा प्रोजेक्ट को नेशनल मिशन आन एजुकेशन थ्रू आईसीटी के ज़रिए स्पॉन्सर कर रहा है.

 

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