कपिल सिब्बल ने कांग्रेस आलाकमान पर साधा निशाना, बोले- हम G-23 हैं, जी हुजूर-23 नहीं
Advertisement

कपिल सिब्बल ने कांग्रेस आलाकमान पर साधा निशाना, बोले- हम G-23 हैं, जी हुजूर-23 नहीं

सिब्बल ने कहा, 'हमारे लोग हमें छोड़कर जा रहे है. सुष्मिता (देव) जी चली गईं और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (लुईजिन्हो) फालेरयो भी चले गए. जितिन प्रसाद चले गए, (ज्योतिरादित्य) सिंधिया चले गए, ललितेश त्रिपाठी चले गए, अभिजीत मुखर्जी भी चले गए. कई दूसरे नेता चले गए. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर नेता कपिल सिब्बल (kapil sibal) ने पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान और कांग्रेस की मौजूदा सूरते हाल को लेकर बुधवार को पार्टी कियादत पर सवाल खड़े किए और कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाकर इस सूरते हाल पर चर्चा होनी चाहिए और ऑर्गेनाइजेशन चुनाव कराये जाने चाहिए.

उन्होंने कई नेताओं के पार्टी छोड़ने का जिक्र करते हुए गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में तंज कसा कि, 'जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं.'

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पैदा हुई स्थिति को लेकर सिब्बल ने कहा कि इस सरहदी स्टेट में ऐसी कोई भी स्थिति नहीं होनी चाहिए जिसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और सीमापार के दूसरे एलिमेंट फायदा उठा सकें.

ये भी पढ़ें: “मौत का कोई धर्म नहीं होता साहेब’’, केरल के श्मशान में मुस्लिम महिला करती है शवों का दाह संस्कार

पूर्व केंद्रीय मंत्री कापिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं निजी तौर पर बात कर रहा रहा हूं और उन साथियों की तरफ बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था. हम अपनी कियादत की तरफ से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'मैं भारी मन से आप लोगों से बात कर रहा हूं. मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसकी तारीखी विरासत है और जिसने मुल्क को आजादी दिलाई. मैं अपनी पार्टी को उस हालत में नहीं देख सकता जिस हालत में पार्टी आज है.'

उनके मुताबिक, 'देश बड़े संकट का सामना कर रहा है. चीन घुसपैठ कर रहा है. तालिबान के अफगानिस्तान में आने से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है. करोड़ों लोग गरीबी से घिरे हैं. ऐसे हालात में में कांग्रेस इस हासत में है, यह अफसोसनाक है. यह ऐसा वक्त है कि हमें इस हुकूमत के खिलाफ मिलकर लड़ना चाहिए.'

सिब्बल ने कहा, 'हमारे लोग हमें छोड़कर जा रहे है. सुष्मिता (देव) जी चली गईं और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (लुईजिन्हो) फालेरयो भी चले गए. जितिन प्रसाद चले गए, (ज्योतिरादित्य) सिंधिया चले गए, ललितेश त्रिपाठी चले गए, अभिजीत मुखर्जी भी चले गए. कई दूसरे नेता चले गए. सवाल उठता है कि ये लोग क्यों जा रहे हैं? हमें यह खुद सोचना होगा कि शायद हमारी भी कोई गलती रही होगी.'

ये भी पढ़ें: सिद्धू के इस्तीफे पर CM चन्नी बोले- हम मिल बैठकर बात करेंगे, नियुक्तियों पर भी होगा विचार

उन्होंने कहा, 'इस वक्त हमारे यहां अध्यक्ष नहीं है. हम जानते भी हैं और नहीं भी जानते हैं कि फैसले कौन कर रहा है.' उन्होंने गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में तंज कसते हुए कहा, 'जो लोग इनके खासमखास थे वो तो इन्हें छोड़कर चले गए. जिन्हें ये खासमखास नहीं समझते हैं वे इनके साथ खड़े हैं. यह एक विडंबना है.' उन्होंने ये भी कहा कि हम G-23 हैं, जी हुजूर-23 नहीं हैं.

गौरतलब है कि कपिल सिब्बल उन 23 प्रमुख नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखकर कांग्रेस में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी. इन नेताओं में पार्टी के सीनियर नेता गुलामनबी आजाद भी शामिल थे.
(इनपुट- भाषा)

Zee Salaam Live TV:

Trending news