कोलकाता: नेताजी सुभाष चन्द्रबोस के यौमे पैदाईश के प्रोग्राम में मजहबी नारों पर भड़की ममता बनर्जी ने एक नया नारा दिया है. हुगली में एक आवामी रैली को खिताब करते हुए ममता ने कहा, हरे कृष्णा हरे राम, बिदाई जावो बीजेपी-बाम, हरे कृष्णा हरे हरे, तृणो मूल घरे घरे.पीएम मोदी की मौजूदगी में मजहबी नारों की आड़ में हुटिंग से भड़की ममता के खिलाफ बीजेपी राम मुखालिफ होने का इल्जाम लगा रही है.
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बता दें कि कभी बीजेपी की साथी रही शिवसेना भी ममता की हिमायत में आ गई है. शिवसेना लीडर प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि बीजेपी का आखिरी हथियार अपोजिशन लीडरान को मजहबी जाल में फंसाना होता है लेकिन अब लोग समझने लगे हैं.
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नेता जी के यौमे पैदाईश यानी 23 दिसम्बर को बीजेपी पराक्रम दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया. बीजेपी की चाल को समझते हुए ममता ने भी तंज किया वो पराक्रम वराक्रम नहीं जानती सुभाष बाबु देशभक्त थे बस.
वार पलटवार के बीच मजहबी नारेबाजी से नाराज हुई ममता के खिलाफ बीजेपी को मनमुताबिक मुद्दा मिल गया और उन्हें भगवान राम मुखालिफ साबित करने की कोशिश शुरू हो गई.
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