Guru Tegh Bahadur Jayanti 2022: लाल किले से PM मोदी का संबोधन इसलिए है खास
Guru Tegh Bahadur Jayanti 2022: उधर RSS ने सिख समुदाय में पैठ बनाने के लिए राष्ट्रीय सिख संगत का गठन किया है. पंजाब में इसकी शाखाएं भी चल रही हैं.
Guru Tegh Bahadur Jayanti 2022: गुरू तेग बहादुर के 400वें प्रकाश वर्ष के मौके पर PM मोदी आज यानी 21 अप्रैल को लाल किले की प्राचीर से अवाम को संबोधित करेंगे. इस मौके पर नरेंद्र मोदी डाक टिकट और सिक्का भी जारी करेंगे.
यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री किसी धार्मिक अवसर पर लाल किले की प्राचीर से संबोधन करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया.
जानकारों के मुताबिक नरेंद्र मोदी और भाजपा का सिख समाज की तरफ झुकाव काफी पहले से देखा जा रहा है. पंजाब में करतारपुर कॉरिडोर खोलना, कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए गुरु परब का दिन चुनना और अब गुर तेग बहादुर के 400वें प्रकाश अवसर पर देश को संबोधित करने के लिए लाल किले को चुनना यह सब सिख समाज की तरफ झुकाव दर्शाता है.
यह भी पढ़ें: "मस्जिद के सामने की दुकानों को तोड़ दिया, मंदिर के सामने वाली क्यों नहीं तोड़ी?"
चुंकि भाजपा से किसान नाराज थे इसलिए उसे पंजाब विधानसभा चुनाव में नुकसान हो गया. कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब में अपनी जमीन तलाशने के लिए सिख समुदाय में अपनी पैठ बनाने के लिए भाजपा लगातार कोशिश कर रही है.
उधर RSS ने सिख समुदाय में पैठ बनाने के लिए राष्ट्रीय सिख संगत का गठन किया है. पंजाब में इसकी शाखाएं भी चल रही हैं.
इधर दिल्ली में भी जल्द ही चुनाव होने हैं. इसलिए नरेंद्र मोदी के लाल किले से संबोधन के कई मायने निकाले जा रहे है. दिल्ली में 12 फीसदी आबादी सिख समुदाय वाली है. तकरीबन 12 विधानसभा सीटों पर इनका दबदबा है.
Live TV: