ओम प्रकाश राजभर ने अपने दावे में ये दलील पेश की कि, 'यूपी में मुसलमान करीब 20 फीसदी हैं. उनकी हिस्सेदारी है तो हुकूमत में भी उनकी भागीदारी होनी चाहिए, उनका हक है, मुसलमानों का भी हिस्सा है".
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बलिया: अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियां बटोरने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एक फिर अजीबो गरीब बयान दिया है. राजभर का ये बयान ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM ) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को लेकर है. राजभर ने कहा है कि अगर ओवैसी उत्तर प्रदेश के वोटर बन जाएं तो वह भी यहां के वज़ीरे आला (CM) बन सकते हैं.
राजभर ने किया यह दावा
ओम प्रकाश राजभर ने अपने दावे में ये दलील पेश की कि, 'यूपी में मुसलमान करीब 20 फीसदी हैं. उनकी हिस्सेदारी है तो हुकूमत में भी उनकी भागीदारी होनी चाहिए, उनका हक है, मुसलमानों का भी हिस्सा है".
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि ''मुसलमान का बेटा क्यों नहीं मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री बन सकता है? क्या मुसलमान होना गुनाह है?'' उन्होंने कहा कि, 'अलगाववाद व पाकिस्तान की बात हमेशा करने वाली महबूबा मुफ्ती से समझौता कर बीजेपी ने जम्मू कश्मीर में अपनी हुकूमत बनाई.'
सीट बंटवारे पर कोई इख्तिलाफ नहीं
चंद रोज़ पहले ओवैसी ने ऐलान किया उनकी पार्टी यूपी की 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ओवैसी के इस ऐलान को कुछ हलकों की तरफ से राजभर के साथ इख्तिलाफ की सूरत में देखा गया था. इस पर राजभर का कहना है कि 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' में सीट के बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा है कि वह असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को 125 सीटें देने को तैयार हैं.'
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हाल ही में राजभर ने एक बयान दिया था कि अगर गठबंधन ' भागीदारी संकल्प मोर्चा' हुकूमत में आती है तो , तो हर साल एक नया सीएम होगा, जो एक अलग-अलग जाति की नुमाइंदगी करेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनका मोर्चा आसानी से इक्सरियत हासिल करेगा. उन्होंने ये भी कहा, 'मैं यह यकीनी बनाऊंगा कि गरीबों और दलितों के बीच हर प्रमुख जाति समूह को सत्ता में हिस्सा मिले. मुझे खुद सभी पदों पर रहने और दूसरों को इससे महरूम करने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
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