सियासी माहिरीन का कहना है कि उत्तराखंड की सियासत में एआईएमआईएम (AIMIM) की एंट्री से ध्रुवीकरण की राजनीति में काफी तेज़ी से इज़ाफ़ा होगा और कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है.
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राहुल मिश्रा/देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Assembly Election 2022) के मद्देनज़र असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने भी रियासत में अपनी सरगर्मी का आगाज़ कर दिया है. एआईएमआईएम (AIMIM) ने बयान जारी कर कहा है कि वह उत्तराखंड की 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. ऐसे में अब ये समझा जा रहा है कि रियासत में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अब एआईएमआईएम की एंट्री के साथ चुनवाई मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है. एआईएमआईएम के रियासती सदर डॉ नय्यर काजमी ने बताया कि पार्टी आइंदा विधानसभा चुनाव में 22 सीटों पर अपनी किस्मत आज़माएगी.
सियासी माहिरीन का कहना है कि उत्तराखंड की सियासत में एआईएमआईएम (AIMIM) की एंट्री से ध्रुवीकरण की राजनीति में काफी तेज़ी से इज़ाफ़ा होगा और कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है.
अपनी पार्टी के चुनावी एजेंडे का ऐलान करते हुए रियासती सदर डॉ नय्यर काजमी ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में असदुद्दीन ओवैसी उत्तराखंड आएंगे और विधानसभा चुनाव के लिए अपने अपने उम्मीदवारों का ऐलान करेंगे.
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कांग्रेस और BJP लगाया ये इलज़ाम
इस दौरान डॉ नय्यर काजमी ने बीजेपी और कांग्रेस की सख्त तंकीद की और कहा कि ये दोनों पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. दोनों पार्टियों ने उत्तराखंड की जनता को ठगने का काम किया है. लेकिन इस बार प्रदेश की जनता ठगी जाने वाली नहीं है. इस बार हमारी पार्टी उत्तराखंड में 22 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर दावेदारी पेश करेगी. हम लोग इन सीटों पर जीत हासिल करेंगे.
गौरतलब है कि पिछले बुधवार को रुड़की में AIMIM का पहला रियासी बैठक हुई थी. जिसमें डॉ. नय्यर काजमी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई. अब उत्तराखंड में एआईएमआईएम का जनाधार बढ़ाने की जिम्मेदारी डॉ. नय्यर काजमी पर है. कार्यक्रम में एआईएमआईएम यूपी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली भी आये थे.
याद रहे कि हरिद्वार, उधमसिंह नगर से लेकर हल्द्वानी और देहरादून में बड़ी तादाद में अकलियती समाज से तअल्लुक रखने वाले लोग है. इसलिए बताया जा रहा है कि AIMIM मुस्लिम अकसियती इलाकों में अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी. अब तक उत्ताखंड में अकलियती समाज को वोट रियावती तौर कांग्रेस को मिलता रहा है, लेकिन अब रियास की सियासत में AIMIM की एंट्री से कांग्रेस का रिवायती वोट बैंक उससे जा सकता है. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी भी सेंधमारी में जुटी है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनाव किस करवट रंग लेता है.
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