Porsche Accident Case Update: पुणे पोर्शे कार एक्सीडेंट के आरोपी के दादा सुरेंद्र कुमार अग्रवाल को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने उनके दादा को ड्राइवर को डराने और बंधक बनाने के आरोप में हिरासत मे लिया है. वहीं, ड्राइवर ने सुरेंद्र अग्रवाल के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. सूत्रों से मिली जानाकरी के मुताबिक, सुरेंद्र पर आईपीसी की धारा 365, 366 समेत कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.


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पुणे पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पुणे पोर्शे दुर्घटना मामले में किशोर के पिता का भी नाम सामने आया है. इससे पहले शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने दावा किया कि यह साबित करने की कोशिश की गई कि कार नाबालिग नहीं चला रहा था.


पुलिस ने दी ये जानकारी
वहीं, एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि उन्हें क्राइम ब्रांच ने बताया है कि ड्राइवर को आरोपी दादा और पिता ने अपने कैंपस मे कैद रखा था. उन्होंने कहा, "हादसे के बाद, नाबालिग के दादा और पिता ने ड्राइवर का फोन ले लिया और उसे 19 मई से 20 मई तक अपने बंगले के कैंपस में कैद में रखा. ड्राइवर को उसकी पत्नी ने मुक्त कराया."


इससे पहले शुक्रवार को पुणे की एक लोकल कोर्ट ने नाबालिग के पिता समेत छह आरोपियों को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया. वहीं, नाबालिग आरोपी को अदालत ने 14 दिनों यानी 5 जून तक के लिए ज्यूडिशियल कस्टडी में सुधार गृह में भेज दिया है.बता दें कि नाबालिग का पिता विशाल अग्रवाल रियल एस्टेट डेवलपर का काम करता है. 


क्या है पूरा मामला?
पुणे शहर के कल्याणी नगर में 19 मई को अपनी लक्जरी पोर्श कार से मोटरसाइकिल पर सवार दो सॉफ्ट इंडीनियर को कुचल दिया था, जिसमें दोनों की मौत हो गई.   इस हादसे के बाद पुलिस ने जांच करने के बाद दावा कि नाबालिग नशे की हालत कार चला रहा था. हालांकि, बाद में कोर्ट मे नाबालिग को जमानत दे दिया था.


नबागलिग को जमानत मिलने के बाद देशभर में खूब सुर्खियां बटोरी और पुलिस को खूब आलोचनाओं झेलने पड़ी. हालांकि, इसके बाद पुलिस ने इस मामले में फिर से जांच की. लापरवाही के आरोप में दो पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया.