नई दिल्ली /शोएब रज़ा : कोरोना वायरस के चलते पूरा मुल्क लॉक डाउन है. सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और सोशल चैन तोड़ने के लिए इस लॉक डाउन को मानना बेहद ज़रूरी है. हिंदुस्तान समेत बैरूने मुल्क भी इस खौफनाक महामारी से जूझ रहा है. ऐसे में WHO समेत सबकी निगाहें हिंदुस्तान पर जुड़ी हैं कि क्योंकि इतनी पॉपुलेशन वाला मुल्क कैसे इस बीमारी को खुद को बचाता पाएगा.


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लॉक डाउन के चलते सभी मज़हबी प्लेस को भी लॉक दिया गया है. सभी हिंदु , मुस्लिम रहनुमाओं के जरिए लोगों से घर पर ही पूजा और नमाज अदा करने की अपील की थी. इसी सिम्त में दिल्ली के जामा मस्जिद में अज़ान हुई , जुमे का खुतबा और नमाज़ भी अदा की गई, लेकिन मस्जिद के दरवाज़े बंद रहे। इमाम, मोअज़्ज़िन के साथ सिर्फ खादिम ने मस्जिद में नमाज़ पढ़ी। बाहर का कोई भी शख्स मस्जिद में नहीं पहुंचा.



मुल्क भर के अलग अलग रियासतों से भी कुछ लोगों को छड़कर यही खबर सामने है कि कई जगहों पर जुमे की नमाज़ नहीं पढ़ी गयी. मस्जिद के अंदर सिर्फ इमाम मोअज़्ज़िन और खादिमो ने नमाज़ पढ़ी. लॉक डाउन के नियमों को मानते हुए बाहर से आकर किसी ने नमाज़ अदा नहीं की।



इससे पहले सभी मुस्लिम तंजीमों ने एक साथ ये अपील की थी कि जुमे की नमाज़ के लिए मस्जिदों में ना जाए और घरों में ज़ुहर की नमाज़ अदा करे। उसी बात का असर आज नज़र आया और कोई भी शख्स जुमे की नमाज़ पढ़ने मस्जिद नहीं पहुंचा.


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